नासा ने जारी की ताजा तस्वीरें, भारत के कई हिस्सों में दिखी भीषण आग

अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा द्वारा खींची गईं कुछ तस्वीरें इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई हैं। नासा की बीते 10 दिनों की फोटोज के मुताबिक भारत के कई बड़े हिस्सों में आग लगी दिख रही है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ समेत दक्षिण के कई राज्यों में आग साफ नजर आ रही है।

अप्रैल माह में ही इस बार गर्मी की तपिश महसूस की गई। गर्मी की वजह से ही ब्लैक कार्बन पलूशन भी फैलता है। नासा की इस तस्वीर को जंगल का बताया जा रहा है। माना जा रहा है कि गर्मी की वजह से वहां आग लगी होगी लेकिन नासा के एक रिसर्च साइंटिस्ट का कहना है कि तस्वीर में नजर आने वाली आग जंगल की नहीं बल्कि फसल जलाने की वजह से नजर आ रही है। रिसर्च साइंटिस्ट हिरेन जेठवा के मुताबिक मध्य भारत में आग के ऐसे निशान दिखने की वजह जंगलों की आग नहीं है क्योंकि जब वहां आग लगती है तो बेकाबू होती है जिसकी वजह से ज़्यादा धुआं और धुन्ध पैदा होता। यह आग फसले जलाए जाने की है। किसानों के वैज्ञानिकों के मुताबिक बीते समय में हार्वेस्टर का इस्तेमाल बढ़ा है। फसल कटाई के लिए हार्वेस्टर के इस्तेमाल की वजह से आग लगाए जाने की घटनाओं में वृद्धी हुई है। फसलों के अशेषों को हटाना आसान नहीं होता इसलिए किसान इन्हें जलाते हैं।

पशुओं के लिए ठीक नहीं फसलों के अवशेष

किसानों में पिछले काफी समय से पराली जलाने का चलन बढ़ा है क्योंकि फसलों की कटाई के लिए किसान अब मशीनों का उपयोग करने लगे हैं। इससे फांक आदि काफी निकलती है। किसान इसे जलाना ही सही मानते हैं। किसान इसे पशुओं को भी नहीं डाल सकते क्योंकि इसकी अधिक मात्रा उनके लिए अच्छी नहीं। पहले पंजाब और हरियाणा में ही किसानों द्वारा पराली जलाने की खबरे आती थीं लेकिन अब यह इन दो राज्यों तक ही सीमित नहीं है।

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गेहूं और धान की है ये तस्वीर

सैटलाइट से ली गई नासा की यह तस्वीरें गेहूं और धान की खेती की हैं जिनकी कटाई के बाद उनके अवशेषों में आग लगाई गई है। तस्वीरों के मुताबिक आग की ऐसे निशान सबसे ज्यादा मध्य प्रदेश में देखे गए हैं। यहां सबसे ज्यादा गेहूं और धान की खेती के अवशेषों को जलाया गया। बता दें कि पिछले साल दिल्ली सहित पंजाब में स्मोग का काफी कहर रहा था। दिल्ली में लोगों को सांस तक लेने में दिक्कत आई थी। इस पर एनजीटी ने पड़ोसी राज्यों को पराली जलाने से मना किया था।

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