NASA को मिला लोहे का ऐसा भंडार, जिसे बेंचा जाए तो धरती के हर इंसान को मिलेंगे 9621 करोड़
अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एक ऐसा एस्टेरॉयड (छोटा तारा) खोजा है जो पूरा का पूरा लोहे का बना है. इसमें इतना लोहा है कि अगर इसे पृथ्वी पर लाकर लोहे को बेच दिया जाए तो धरती पर रहने वाले हर आदमी को करीब 1 बिलियन पाउंड यानी 9621 करोड़ रुपये मिलेंगे.
नासा ने इस एस्टेरॉयड का नाम 16 साइकी (16 Psyche) रखा है. इस पूरे एस्टेरॉयड पर मौजूद लोहे की कुल कीमत करीब 8000 क्वॉड्रिलियन पाउंड है. यानी 8000 के पीछे 15 जीरो.
ब्रिटिश मैग्जीन द टाइम्स के अनुसार 8000 क्वॉड्रिलियन पाउंड (8,000,000,000,000,000,000 पाउंड) यानी धरती पर मौजूद हर आदमी को 1 बिलियन पाउंड यानी 9621 करोड़ रुपये मिलेंगे. यह कीमत उस छोटे तारे पर मौजूद लोहे की है. नासा ने स्पेस एक्स के मालिक एलन मस्क से मदद मांगते हुए कहा है कि वे इस एस्टेरॉयड पर मौजूद लोहे की जांच के लिए अपने अंतरिक्षयान से मिशन शुरू करें.
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We’re #Psyched to partner with @SpaceX on our journey to a metal world! 🚀 https://t.co/thVdmwQl9W
— NASA Psyche Mission (@NASAPsyche) February 28, 2020
इस एस्टेरॉयड का व्यास 226 किलोमीटर है. यह हमारे सूरज के चारों तरफ एक चक्कर पांच साल में लगाता है. इसका एक दिन 4.196 घंटे का होता है. इसका वजन धरती के चंद्रमा के वजन का करीब 1 फीसदी ही है. लेकिन यह पूरा एस्टेरॉयड लोहे का है. यह मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच में मौजूद है.
नासा का कहना है कि इस एस्टेरॉयड को धरती के करीब लाने की कोई योजना नहीं है. लेकिन इसपर जाकर इसके लोहे की जांच करने की योजना बनाई जा रही है. अगर स्पेस एक्स अपने अंतरिक्षयान से कोई रोबोटिक मिशन इस एस्टेरॉयड पर भेजेगा तो उसे वहां जाकर अध्ययन करके वापस आने में सात साल लगेंगे.