MP सरकार की ‘मुख्यमंत्री कन्यादान योजना’, शिक्षकों को किया गया खाना परोसने को मजबूर

मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में सोमवार को सरकारी स्कूल के शिक्षकों को राज्य द्वारा प्रायोजित एक जन विवाह में भोजन परोसने के लिए मजबूर किया गया। जब शिक्षकों ने इस का विरोध किया तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समारोह में आने के कुछ देर पहले ही शिक्षकों को इस काम से हटा लिया गया। 
MP सरकार की 'मुख्यमंत्री कन्यादान योजना', शिक्षकों को किया गया खाना परोसने को मजबूर
ये वाकया मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत गरीब जोड़ों के सामूहिक विवाह समारोह के दौरान हुआ।   

ये भी पढ़े: यात्रियों से सालाना एक अरब कमाए, चूहे-कॉकरोच तक मारने के नहीं इंतजाम…

राज्य के स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक जोशी ने इस बाबत जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) से एक रिपोर्ट मांगी है। सूत्रों ने बताया कि समारोह में लगभग 400 शिक्षकों को खाना परोसने के लिए नियुक्त किया गया था। इसके अलावा हैरानी की बात ये है कि शिक्षकों को इसके लिए लिखित आदेश दिया गया था और उसमें ये भी बताया गया था कि कौन सा शिक्षक क्या परोसेगा। 

ये भी पढ़े: प्यार में ऐसे हुए पागल की झड़ी के पीछे अर्ध नग्न हुए प्रेमी जोड़े और देखने लगे लोग

20 मई को डीईओ द्वारा जारी किए गए आधिकारिक आदेश में कुछ शिक्षकों को पूरी, कुछ को दाल जबकि कुछ को चावल, सब्जी परोसने जैसी सेवाएं देने के लिए कहा गया था। कई शिक्षकों को खाना परोसने के साथ-साथ वेटर का काम करने के लिए भी कहा गया। एक शिक्षक ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि हमें ऐसा लग रहा था जैसे हम वेटर हों। ये हमारी गरिमा के खिलाफ है। 

एक अन्य शिक्षक ने कहा हम क्या कर सकते थे, जब ऐसा आदेश था और उस आदेश में हमारा नाम था। इस आदेश को मानने के अलावा हमारे पास दूसरा कोई विकल्प नहीं था। हमारे सारे सहकर्मी वहां मौजूद थे। ऐसा पहली बार है जब हमसे किसी समारोह में खाना परोसने को कहा गया है। 

Back to top button