इंडोनेशिया: भूकंप के बाद भूस्खलन से 500 से अधिक लोग फंसे पहाड़ में

इंडोनेशिया में शक्तिशाली भूकंप के एक दिन बाद लोम्बोक में सक्रिय ज्वालामुखी पर हुए भूस्खलन से पहाड़ चढ़ रहे करीब 500 पैदल यात्री और उनके गाइड वहां फंस गए हैं. नेशनल पार्क के एक अधिकारी ने बताया कि माउंट रिन्जानी की ढलानों को साफ करने के लिए हेलीकॉप्टर और पैदल बचाव दल तैनात किए गए हैं. ‘रिन्जानी नेशनल पार्क’ के प्रमुख सुदियोना ने कहा, ‘अब भी वहां 560 लोग फंसे हैं. 500 लोग सेगारा अनाक इलाके में जबकि बातू केपर में 60 लोग फंसे हुए हैं.’इंडोनेशिया: भूकंप के बाद भूस्खलन से 500 से अधिक लोग फंसे पहाड़ में

रविवार को भूकंप की वजह से 10 लोगों की मौत हो गई और 40 लोग घायल हो गए थे. यूएसजीएस ने बताया था कि इस शक्तिशाली भूकंप का केंद्र सात किलोमीटर की गहराई में था और यह स्थानीय समय के अनुसार छह बजकर 47 मिनट पर आया. यह भूकंप इस द्वीप के मुख्य शहर माटरम से 50 किलोमीटर दूर उत्तरपूर्वी क्षेत्र में आया.

लोम्बोक इंडोनेशिया का लोकप्रिय पर्यटन स्थल है और यह रिजॉर्ट के लिए मशहूर द्वीप बाली से 100 किलोमीटर पूर्व में स्थित है. इंडोनेशिया के भूभौतिकी एवं मौसम एजेंसी ने बताया कि 6.4 तीव्रता का भूंकप आने के बाद 11 और झटके महसूस किए गए. इंडोनेशिया आपदा प्रबंधन एजेंसी के एक प्रवक्ता सुतोपो पुरवो नुग्रोहो ने बताया, ‘पर्वी लोम्बोक में एक व्यक्ति और उत्तरी लोम्बोक में दो लोगों की मौत हो गई.

‘उत्तरी लोम्बोक में इस भूकंप में कम से कम दो दर्जन लोग घायल हो गए और एक घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. नुग्रोहो ने बताया कि भूकंप की वजह से भूस्खलन की आशंका को देखते हुए माउंट रिंजानी पर हाइकिंग ट्रेल बंद कर दिया गया है. एजेंसी के प्रवक्ता हैरी टिर्टो दजातमिको ने एक बयान में बताया कि अब तक सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है. इंडोनेशिया में भूकंप आने की आशंका ज्यादा बनी रहती है क्योंकि यह क्षेत्र पैसिफिक रिंग्स ऑफ फायर में स्थित है.

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