हिम्मत और सूझबूझ से ब्रेव वूमन की तरह भारतीय मूल की टीचर ने बचाई छात्रों की जान

अमेरिका के फ्लोरिडा के हाई स्कूल में हुई दिल दहला देने वाली गोलीबारी में करीब 17 लोगों की मौत हो गई। इस गोलीबारी के दौरान भारतीय अमेरिकी मूल की शिक्षक शांति विश्वनाथन ब्रेव वूमन की तरह सामने आईं। शांति ने गोलीबारी के दौरान न केवल हिम्मत दिखाते हुए कई छात्रों की जान बचाई बल्कि अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए अपनी कक्षा के छात्रों की जान बचाने में कामयाब रहीं। शांति गणित पढ़ाती हैं। सन सेंटिनल की रिपोर्ट में बताया कि बुधवार को जब हमलावर ने अलार्म बजाया तो शांति कक्षा में थीं, उन्हें लगा कि कुछ कहीं कुछ गलत है। लेकिन जैसे ही दूसरी बार अलार्म बजा, तब शांति विश्वनाथन का शक हकीकत में बदल गया और उन्होंने बिना समय गंवाए अपनी कक्षा के दरवाजे और खिड़कियां बंद किए और सभी छात्रों को फर्श पर झुक जाने को कहा।हिम्मत और सूझबूझ से ब्रेव वूमन की तरह भारतीय मूल की टीचर ने बचाई छात्रों की जान

सूझबूझ का परिचय देते हुए उन्होंने अपनी कक्षा की छात्रों को गनमैन की पहुंच से काफी दूर कर दिया। शांति विश्वनाथन के एक छात्र ने बताया कि उनकी सूझबूझ की वजह से बच्चों की जान बच गई है।

शांति के एक छात्र की मां डॉन जर्बो ने बताया कि उसकी सूझबूझ की वजह से कई बच्चों की जान बच गई। उन्होंने पुलिस को बताया कि जब पुलिस की टीम स्कूल पहुंची और कक्षा का दरवाजा खोलने के लिए कहा तो विश्वानाथन ने दरवाजा नहीं खोला, उन्हें शक था कि यह गनमैन की चाल हो सकती है।

इस दौरान उन्होंने स्वाट टीम से कहा कि नीचे से दरवाजे को खटखटाओ और चाबी से इसे खोलो। ऐसा कह कर उन्होंने दरवाजा खोलने से साफ इंकार कर दिया। एक समाचार के मुताबिक, जर्बों के बेटे ब्रायन ने अपनी मां को बताया कि विश्वनाथन द्वारा दरवाजा नहीं खोले जाने के बाद स्वाट टीम का एक सदस्य खिड़की से अंदर आया और कक्षा को खाली कराया।

गौरतलब है कि फ्लोरिडा के स्टोनेमन डगलस हाई स्कूल में स्कूल के ही पूर्व 19 वर्षीय छात्र निकोलस क्रूज ने गोलीबारी की थी, जिसमें 15 छात्रों 2 शिक्षकों की मौत हो गई थी। हथियारबंद युवक को घटना के एक घंटे के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया गया था। उसकी गोलीबारी करने की वजह का पता अभी तक नहीं चल पाया है।

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