जानिए ओरछा में बने चतर्भुज मंदिर की सच्चाई

अगर आप एक अच्छा वीकेंड प्लान कर रहे है तो आज हम आपको बताने जा रहे एक ऐसी जगह जहाँ आपको भारतीय संस्कृति के साथ साथ कला का भी अच्छा संगम देखने को मिलेगा . हम आपको बताने जा रहे है मध्यप्रदेश में बेतवा नदी के किनारे स्थित शहर ओरछा की . यह एक शाही शहर है और बारिश के सीजन में इसकी खूबसूरती देखते ही बनती है. नेचुरल ब्यूटी के अलावा यह डेस्टिनेशन मंदिरों और महलों के लिए भी मशहूर है. यहां देखने लायक जगहों में है, राम राजा मंदिर, ओरछा का किला, जहांगीर महल, चतुर्भुज मंदिर और राजा महल.जानिए ओरछा में बने चतर्भुज मंदिर की सच्चाई

शायद आपको अंदाजा भी नहीं होगा की चतुर्भुज मंदिर जो की ओरछा की खूबसूरती में चार चाँद लगता है उसके निर्माण ओर स्थापना से सम्बंधित क्या सच है . वैसे तो इस मंदिर की बहुत ही कहानिया आपको सुनने को मिल सकती है पर एक कहानी जो सबसे ज्यादा प्रचलित है. दरअसल यह मंदिर भगवान राम की मूर्ति के लिए बनवाया गया था, इस को मधुकर शाह ने अपनी रानी गनेश कुवर के लिए बनवाया था जो की अयोध्या  राम जी की मूर्ति लाई थीं।

चतुर्भुज मंदिर बनने से पहले इसे कुछ समय के लिए महल में स्थापित किया गया। लेकिन मंदिर बनने के बाद कोई भी मूर्ति को उसके स्थान से हिला नहीं पाया। इसे ईश्वर का चमत्कार मानते हुए महल को ही मंदिर का रूप दे दिया गया और इसका नाम रखा गया राम राजा मंदिर। आज इस महल के चारों ओर शहर बसा है और राम नवमी पर यहां हजारों श्रद्धालु इकट्ठा होते हैं। वैसे, भगवान राम को यहां भगवान मानने के साथ यहां का राजा भी माना जाता है, क्योंकि उस मूर्ति का चेहरा मंदिर की ओर न होकर महल की ओर है।

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