उत्तराखंड में खली का फर्जी शो कराकर कांग्रेस ने पूरी दुनिया में कराई अपनी किरकिरी

देहरादून: खेल मंत्री अरविंद पांडेय ने विपक्षी राजनीतिक दलों को दून के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का नाम बदलने पर राजनीति न करने की सलाह दी है। पांडेय ने कहा कि स्टेडियम का नाम बदलने पर अभी मात्र चर्चा हुई है, लेकिन कांग्रेस ने स्टेडियम में धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दे डाली है। स्टेडियम में इस तरह की ओछी हरकत किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। राजनीति करने के लिए कई और मंच हैं, जबकि धरना-प्रदर्शन करने के लिए भी सरकार ने जगह चिह्नित की हुई है। किसी को भी विरोध-प्रदर्शन करना है तो वे स्वतंत्र है, लेकिन खेल के नाम पर किसी भी तरह की राजनीति बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उत्तराखंड में खली का फर्जी शो कराकर कांग्रेस ने पूरी दुनिया में कराई अपनी किरकिरी

रायपुर स्थित राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में मंगलवार को खेलमंत्री अरविंद पांडेय ने पुलिस, प्रशासन व खेल विभाग के अधिकारियों के साथ अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैचों के आयोजन को सफल बनाने के लिए समीक्षा बैठक ली। स्टेडियम का नाम बदलने पर कांग्रेसी नेताओं ने स्टेडियम में धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है, इस सवाल पर मंत्री ने खुलकर कहा कि इस स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय मैच होना उनकी सरकार की बड़ी उपलब्धि है। अफगानिस्तान का होम ग्राउंड बनाने से लेकर मैचों के आवंटन के लिए उन्होंने खुद बीसीसीआइ से पैरवी की। आइसीसी के प्रतिनिधि भी इस स्टेडियम को विश्व का खूबसूरत स्टेडियम करार दे चुके हैं। कांग्रेस सरकार ने यहां केवल खली का एक फर्जी शो करवाकर पूरे विश्व में प्रदेश की किरकिरी करवाई।

स्टेडियम का नाम बदलने को लेकर अभी केवल विचार हुआ है, इसमें अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जहां तक मुख्य द्वार पर राजीव गांधी का नाम गायब होने की बात है तो अब स्टेडियम का संचालन निजी कंपनी के हाथों में दे दिया गया है। वे अपनी कंपनी का लोगो आदि लगाकर अपने तरीके से गेट की सजावट करेंगे। स्टेडियम की तारीफ कर गए श्रीनाथ आइसीसी के प्रतिनिधि के तौर पर क्रिकेट स्टेडियम का निरीक्षण करने पहुंचे पूर्व अंतरराष्ट्रीय दिग्गज गेंदबाज जवागल श्रीनाथ ने मंगलवार सुबह एक बार फिर स्टेडियम का दौरा किया। इससे पहले सोमवार रात उन्होंने फ्लड लाइट में स्टेडियम का मुआयना किया था।

मंगलवार सुबह स्टेडियम का निरीक्षण करते वक्त सुरक्षा कर्मियों को स्टेडियम से बाहर कर दिया गया था। केवल स्टेडियम संचालक कंपनी के अधिकारी ही श्रीनाथ के साथ मौजूद रहे। आइएल एंड एफएस के वाइस प्रेसीडेंट के शशिधर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि श्रीनाथ इस स्टेडियम को विश्व के सबसे खूबसूरत स्टेडियम में से एक बता गए हैं। जो सुविधाएं इस स्टेडियम में उपलब्ध हैं, वे कम जगह देखने को मिलती हैं। आम जनता के लिए जो शौचालय बना है, वैसा शौचालय किसी भी स्टेडियम में नहीं है। श्रीनाथ स्टेडियम की सुविधाओं से पूरी तरह संतुष्ट होकर गए हैं। जल्द ही स्टेडियम आइसीसी के पैनल में शामिल हो जाएगा।

अंतरराष्ट्रीय मैच होने से खुलेंगे बीसीसीआइ मान्यता के रास्ते

खेल मंत्री अरविंद पांडेय का कहना है कि प्रदेश में पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर का मैच होने जा रहा है। 17 साल बाद इस प्रदेश को यह सौभाग्य मिला है और इसमें हर किसी का योगदान है। बीसीसीआइ ने इस स्टेडियम को अफगानिस्तान का होम ग्राउंड बनाने की अनुमति दे दी है तो अब यह भी तय है कि जल्द ही उत्तराखंड के क्रिकेट को भी बीसीसीआइ की मान्यता मिल जाएगी। चूंकि, अब यहां निरंतर मैच होंगे और बीसीसीआइ के अधिकारी भी नियमित रूप से देहरादून का दौरा करेंगे। अब वो दिन दूर नहीं जब उत्तराखंड का नाम भी बीसीसीआइ की मान्यता प्राप्त राज्यों की सूची में होगा।

न्यूनतम 500 रुपये का होगा टिकट

अफगानिस्तान-बांग्लादेश के बीच होने वाले तीन टी-20 मैचों की श्रृंखला के लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने दावा किया है कि एक-दो दिन में ब्रॉडकास्टिंग पार्टनर और इवेंट पार्टनर तय कर लिए जाएंगे। इसके बाद ऑनलाइन टिकट बुकिंग शुरू हो जाएगी। यह तय है कि टिकट का न्यूनतम शुल्क 400 से 500 रुपये के बीच होगा। पार्किंग व्यवस्था का जिम्मा पुलिस प्रशासन और स्टेडियम संचालक कंपनी के पास रहेगा।

एसपी सिटी प्रदीप राय ने बताया कि थानो रोड पर वन विभाग की जमीन, सड़क की दोनों ओर, ओएफडी ग्राउंड में पार्किंग कराने पर विचार चल रहा है। जल्द ही उच्चाधिकारियों के साथ बैठक कर मैचों के दौरान रूट प्लान भी तय कर लिया जाएगा। सुरक्षा व्यवस्था के बजट में होगी कटौती मंत्री अरविंद पांडेय के अनुसार मैचों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए उत्तराखंड पुलिस ने बीसीसीआइ को जो खर्च का बजट भेजा है, उसमें सरकार कुछ कटौती करेगी।

उन्होंने कहा कि बीसीसीआइ के मानकों के अनुसार ही सुरक्षा व्यवस्था मैचों में रहेगी, लेकिन बीसीसीआइ ने राज्य सरकार से सहयोग मांगा है। चूंकि, नोएडा का होम ग्राउंड अफगानिस्तान के लिए बेहद संवेदनशील था, इसलिए वहां कड़ी सुरक्षा थी, लेकिन उत्तराखंड में माहौल बेहतर है। राज्य सरकार बजट में कुछ कटौती जरूर करेगी।

Back to top button