कर्नाटक में कैबिनेट के विस्तार पर लगी मुहर, पढ़े पूरी ख़बर

कर्नाटक में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे चार महीने पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) के केंद्रीय नेतृत्व बसवराज बोम्मई सरकार की कैबिनेट के विस्तार पर मुहर लगा सकती है। मुख्यमंत्री के साथ कर्नाटक बीजेपी अध्यक्ष नलिन कुमार कटील दिल्ली में बीजेपी नेतृत्व से बात करने के लिए दिल्ली में डेरा जमाए हुए थे। पहले इनकी मुलाकात राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से हुई। इसके बाद वे पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बीएस संतेष और कर्नाटक प्रभारी अरुण सिंह से मिले। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात की।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पहले सिर्फ बसवराज बोम्मई ही केंद्रीय नेतृत्व से मिलने के लिए दिल्ली आने वाले थे। लेकिन, रविवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उन्हें भी बुलावा भेजा। समझा जा रहा है कि इस बैठक में कैबिनेट विस्तार को लेकर गहन चर्चा हुई।

आपको बता दें कि कर्नाटक में बसवराज बोम्मई की सरकार में पांच मंत्रियों के पद खाली हैं। केएस ईश्वरप्पा और रमेश जारकीहोली कैबिनेट में जगह पाने के लिए दबाव बना रहे हैं। ईश्वरप्पा ने इसी साल अप्रैल में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन पर संतोष पाटिल नामक एक ठेकेदार की कथित आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया था। पुलिस ने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी। सेक्स टेप स्कैंडल में नाम आने के बाद जारकीहोली ने इस्तीफा दे दिया था।

इन दोनों के अलावा कुछ नए चेहरों के कैबिनेट में जगह मिलने की संभावना है। हालांकि अंतिम निर्णय केवल केंद्रीय नेतृत्व के द्वारा लिया जाएगा। ईटी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि केंद्रीय नेतृत्व ने बोम्मई और कटील को कर्नाटक के पार्टी नेताओं के साथ कैबिनेट विस्तार के मुद्दे पर चर्चा करने का निर्देश दिया है।

30 दिसंबर को गृह मंत्री अमित शाह के कर्नाटक दौरे की भी योजना है। स्थानीय नेतृत्व से इस विषय पर चर्चा भी करेंगे। सूत्रों ने बताया कि अगर कैबिनेट विस्तार होता है तो यह मौजूदा विधानसभा सत्र खत्म होने के बाद यानी 30 दिसंबर के बाद होगा।

कर्नाटक के नेताओं ने आरक्षण के मुद्दे पर भी चर्चा की। राज्य विधानसभा द्वारा एससी/एसटी आरक्षण में वृद्धि को मंजूरी देने के साथ कर्नाटक ने अब 50% आरक्षण की सीमा को पार कर लिया है। वर्तमान में 56% आरक्षण की व्यवस्था है।

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