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पिछले हफ्ते भीड़ ने एक सिंहली बौद्ध व्यक्ति की हत्या कर दी थी जिसके बाद मध्य पहाड़ी जिले के थेल्डेनिया इलाके में हिंसा भड़की थी। सरकार ने कैंडी में कर्फ्यू लगाने और सुरक्षा के मद्देनजर कैंडी में सेना और विशेष पुलिस कमांडो को भेजा गया था।
सामाजिक सशक्तिकरण मंत्री एसबी दिसानायके ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद कहा था कि राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना और उनके मंत्रियों ने देश के कुछ भागों में भड़की हिंसा को देखते हुए 10 दिन के राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा को मंजूरी दी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा पर राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद एक सरकारी अधिसूचना जारी कर दी गई।
मुस्लिमों ने दावा किया है कि अल्पसंख्यकों की कम से कम 10 मस्जिदें, 75 दुकानें और 32 घर सिंहली बौद्धों के हमले में बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दी गईं। इसके बाद दोनों समुदायों के बीच हिंसा को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़ और रात में ही कर्फ्यू लागू कर दिया।
एक जली हुई इमारत के अवशेष से एक मुस्लिम की जली हुई लाश मिलने के बाद कैंडी के कई हिस्सों में हालात अभी भी तनावपूर्ण बने हुए हैं। कैंडी जिले के थेल्डेनिया और पेल्लेकेले इलाकों में रात में लगी कर्फ्यू का उल्लंघन किए जाने पर मंगलवार को फिर से कर्फ्यू लागू करने के साथ विशेष टास्क फोर्स के भारी हथियारबंद पुलिस कमांडो को भी तैनात किया गया था।
ऐसे हुई हिंसा की शुरुआत
एक निजी विवाद में तीन मुस्लिमों द्वारा एक सिंहली बौद्ध की हत्या के बाद यह हिंसा भड़की। पुलिस के अनुसार, 22 फरवरी को सिंहली बौद्ध व्यक्ति को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद 3 मार्च को उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस ने हमलावरों को गिरफ्तार किया और उन्हें बुधवार तक के लिए हिरासत में भेजा गया।