JNU में थमा नहीं बवाल, आज नेत्रहीन छात्रों बोलेगे हल्ला बोल

दिल्ली की जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (JNU) में हॉस्टल फीस बढ़ोतरी के खिलाफ छात्रों की जंग अभी भी जारी है. सड़क पर प्रदर्शन के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में JNU प्रशासन पर बरसने के बाद छात्र अपनी मांग पर अड़े हुए हैं. इस बीच आज JNU छात्रसंघ के सदस्य केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय की कमेटी से मिलेंगे और अपनी मांग पर चर्चा करेंगे. ऐसे में उम्मीद है कि कोई हल निकल सकता है.

क्या मानेंगे JNU के छात्र?

पिछले करीब एक महीने से जारी प्रदर्शन में छात्रों ने बढ़ाई गई हॉस्टल फीस को पूरी तरह से वापस लेने की अपील की है. छात्रों की मांग है कि मंत्रालय या फिर VC उनसे बात करें, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ. इस बीच बुधवार को छात्र संघ के कुछ सदस्य, मानव संसाधन मंत्रालय द्वारा बनाई गई कमेटी से मुलाकात करेंगे. इस दौरान मांगों पर चर्चा होगी, लेकिन जिस तरह छात्र अड़े हुए हैं ऐसे में देखना होगा कि सरकार क्या प्रस्ताव रखेगी.

एकजुट हुए JNU के ‘स्पेशल छात्र’

छात्र जब दिल्ली की सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे थे, तब दिल्ली पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज किया. इसी दौरान पुलिस की कार्रवाई में JNU के स्पेशल छात्र शशिभूषण घायल हो गए, जबकि उन्होंने पुलिस को बताया था कि वह देख नहीं सकते हैं. इसी के बाद अब JNU स्पेशल छात्रों के संगठन ने बुधवार को प्रदर्शन करने की बात कही है. नेत्रहीन छात्र दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन करेंगे और माफी की अपील करेंगे.

हाईकोर्ट तक पहुंचा मामला

छात्रों के द्वारा प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करने के मसले पर JNU प्रशासन अब दिल्ली हाईकोर्ट पहुंच गया है. प्रशासन की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि छात्रों ने हाईकोर्ट के आदेश की अवमानना की है और JNU की एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग पर प्रदर्शन किया है.

छात्रों की हुंकार- नहीं झुकेंगे

हॉस्टल फीस की बढ़ोतरी को वापस लेने पर छात्र अड़े हुए हैं. छात्र संघ ने ऐलान किया कि जबतक बढ़ी हुई फीस पूरी तरह वापस नहीं होती है, तबतक आंदोलन जारी रहेगा और वह प्रदर्शन करते रहेंगे. सोमवार को किए गए प्रदर्शन के मामले में दिल्ली पुलिस ने अज्ञात छात्रों के खिलाफ कानून का उल्लंघन करने के आरोप में FIR भी दर्ज की है.

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