जींद: मेडिकल कॉलेज के निर्माण में देरी पर डिप्टी स्पीकर ने जताई नाराजगी
जींद : हैबतपुर मैडीकल कॉलेज निर्माण कार्य में देरी को लेकर डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा ने अधिकारियों से दो- टूक शब्दों में कहा कि तय समय में अगर निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ तो इसके लिए अधिकारी व निर्माण कंपनी जिम्मेदार होगी। मैडीकल कालेज को तय समय में ही तैयार करवाया जाए।
डिप्टी स्पीकर यही नहीं रूके। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो निर्माण कंपनी पर जुर्माना भी लगाया जाएगा। इसके साथ ही गुणवत्ता को लेकर डी.सी. की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय कमेटी गठित की जाएगी जो डिटेल रिपोर्ट तैयार करेगी। पहले मैडीकल कॉलेज का प्रोजैक्ट 565 करोड़ था जो अब बढ़ कर 1085 करोड़ का हो गया है। इस अतिरिक्त बजट के लिए वह जल्द ही सी.एम. नायब सैनी से मिलेंगे और जल्द से जल्द उपलब्ध करवाएंगे।
डिप्टी स्पीकर के 2 घंटे तक मुआयने दौरान अधिकारियों के छूटे पसीने
डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा वीरवार को हैबतपुर मैडीकल कॉलेज के निरीक्षण के लिए पहुंचे और अधिकारियों के साथ मंथन किया। इस बैठक में डी.सी. मोहम्मद इमरान रजा, चंडीगढ़ से मैडीकल एजुकेशन और एच.एस.आर.डी.सी. के डायरैक्टर, निर्माण एजैंसी के चीफ कंसल्टैंट, डी.एम.सी. गुलजार मलिक, एक्स.ई.एन. पी.डब्ल्यू.डी. बी. एंड आर. सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। डिप्टी स्पीकर ने एक-एक कर संबंधित विभागों से जानकारी हासिल की और मैडीकल कॉलेज के निर्माण में हो रही देरी पर अधिकारियों से जवाब-तलबी की। उन्होंने यहां साफ कहा कि मैडीकल निर्माण का जो समय रखा गया है, उसी समय में ही इसे पूरा किया जाए। अगर निर्माण कार्य में देरी होती है तो इसके लिए एल. एंड टी निर्माण कंपनी को जुर्माना लगाया जाएगा।
निर्माण समय को बढ़ाए जाने की नहीं दे सका कोई जानकारी
बैठक में यह भी सामने आया कि हैबतपुर मैडीकल कॉलेज निर्माण कार्य की अवधि को किसने बढ़ाया है। क्लाइंट डिपार्टमैंट को भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी कि समय की वृद्धि कर दी गई है। जिस पर डिप्टी स्पीकर ने नाराजगी जताई और कहा कि इसका समय नहीं बढ़ाया जाएगा। तय समय में इसे पूरा नहीं किया तो फाइन लगाया जाएगा। इसमें निर्माण कंपनी भी शामिल रहेगी।
बजट की व्यवस्था सी.एम. से मिल कर करवाएंगे : डा. कृष्ण मिड्ढा
डिप्टी स्पीकर डा. कृष्ण मिड्ढा ने कहा कि हैबतपुर मैडीकल कॉलेज निर्माण कार्य में देरी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं है। बजट की व्यवस्था के लिए वो सी.एम. से मिलेंगे और इसे जल्द से जल्द उपलब्ध करवाएंगे। मैडीकल कॉलेज निर्माण कार्य की गुणवत्ता को निर्धारित करने के लिए लोकल लैवल पर डी.सी. जींद की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय कमेटी गठित होगी, जो गुणवत्ता कार्य पर नजर रखेगी। उन्होंने हैबतपुर मैडीकल कॉलेज निर्माण एजैंसियों व अधिकारियों से स्पष्ट कहा कि गुणवत्ता व समय सीमा को लेकर देरी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
एन.एच.ए.आई. प्रोजैक्ट डायरैक्टर हिसार के खिलाफ कार्रवाई को लिखा पत्र
हैबतपुर मैडीकल कॉलेज निरीक्षण के बाद डिप्टी स्पीकर पिंडारा राज महल होटल के पास दिल्ली की तरफ जाने वाले रास्ते को देखने पहुंचे। यहां उन्होंने स्पष्ट किया कि नैशनल हाईवे पर चढ़ने का रास्ता होना चाहिए।
इसके लिए अंडरब्रिज या ओवरब्रिज के लिए एन.एच.ए.आई. प्रोजैक्ट डायरैक्टर हिसार से बात करनी चाही तो वह अनुपस्थित मिले। इस पर उन्होंने तुरंत प्रभाव से संज्ञान लेते हुए सड़क एवं परिवहन राष्ट्रीय राजमार्ग के सचिव को उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा और डी.सी. को निर्देश दिए कि वो भी इसके खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखें।
पहले प्रोजैक्ट था 565 करोड़ का और अब हो गया 1085 करोड़ का
हैबतपुर मैडीकल कॉलेज का निर्माण कार्य जब शुरू हुआ था तो इसकी निर्माण कीमत लगभग 565 करोड़ थी। समय के साथ-साथ लागत बढ़ती गई और इस प्रोजैक्ट की कीमत 1085 करोड़ हो गई। अधिकारियों के साथ बैठक में निष्कर्ष निकला कि निर्माण कार्य देरी में बजट की कमी आ रही है।
जिस पर डिप्टी स्पीकर ने कहा कि बजट की कमी को लेकर उन्हें या सरकार को अवगत नहीं करवाया गया। विभाग आपस में ही बजट को लेकर उलझे रहे। जिस पर डा. मिड्ढा ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए एच.एस.आर.डी.सी. के खिलाफ स्पष्टीकरण निकालने के लिए डी.सी. को निर्देश दिए। वहीं निर्माण कंपनी एल. एंड टी. अधिकारियों से भी नाराजगी जाहिर की |