रिश्वत लेकर नो एंट्री में ट्रक को हरी झंडी देने वाले पुलिसकर्मियों की शामत आ गई है। लखनऊ में बुधवार दोपहर बंथरा के जुनाबगंज में चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर केस दर्ज कराने के चंद घंटे के बाद चिनहट में आईपीएस अभिषेक वर्मा ट्रक में बैठ ऑपरेशन क्लीन पर निकले। इंदिरा कैनाल के पास चेक पोस्ट पर तैनात पुलिसकर्मी एक युवक से ट्रकों से वसूली करा रहे थे। उन्होंने छापामारा तो रामलखन भाग गया। दोनों पुलिककर्मियों की रिपोर्ट एसएसपी कलानिधि नैथानी को सौंपी गई। बृहस्पतिवार को देर रात दीवान प्रेम प्रकाश और सिपाही सचिन को निलंबित कर दिया गया जबकि रामलखन के खिलाफ प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार शाही ने वसूली का मामला दर्ज कराया है।
इंदिरा नगर से बीबीडी के बीच जांचे वसूली पाइंट्सः नो एंट्री पर वसूली रोकने के लिए आईपीएस अभिषेक वर्मा ने ट्रक में बैठकर चिनहट के बॉर्डर इलाकों में जांच पड़ताल की। वह इंदिरा नहर से बीबीडी चौकी तक ट्रक में बैठकर घूमते रहे और चेक पोस्ट व चौराहों पर ट्रक रुकवाकर पुलिसकर्मियों की जांच करते रहे। उन्होंने बताया कि बाराबंकी बॉर्डर से यू टर्न लेकर अपनी कार छोड़ दी और बाराबंकी से लखनऊ आ रहे एक ट्रक को रोककर अपने गनर के साथ उसमें बैठ गए
उन्होंने ट्रक में बैठकर चालक से बातचीत का वीडियो भी बनाया। वीडियो में चालक प्रत्येक चेक पोस्ट पर 100 रुपये पुलिसकर्मियों को देने की बात कह रहा है। आईपीएस ने बताया कि शहर के कई अन्य चेक पोस्ट पर वसूली के पाइंट चिन्हित किए गए हैं। इसके लिए अभियान चलाया जाएगा। आईपीएस अभिषेक ने बताया कि दोनों पुलिसकर्मी ही चेक पोस्ट पर ही तैनात थे, इसीलिए उनकी भूमिका संदिग्ध है, इसलिए देर एसएसपी ने उन्हें निलंबित कर दिया है। एसएसपी के मुताबिक रामलखन के खिलाफ दर्ज मुकदमे की विवेचना में अगर दोनों निलंबित पुलिसकर्मियों की भूमिका सामने आती है तो उनका नाम भी एफआईआर में शामिल किया जाएगा।
नो एंट्री के चेक पोस्ट पर ड्यूटी के लिए संबंधित थाना और यातायात विभाग के पुलिसकर्मियों में मारामारी होती है, जुगाड़, सिफारिश और लेन देन करके ड्यूटी हथियाई जाती है। यातायात विभाग और संबंधित थानों में ड्यूटी मुंशी को सेट करके रखना होता है।
राजधानी में नो एंट्री पॉइंट पर रोज 15 से 20 लाख रुपये की वसूली होती है। वसूली का काम संबंधित थानों के पुलिसकर्मी और यातायात पुलिसकर्मी मिलकर करते हैं। राजधानी में प्रवेश के लिए सबसे ज्यादा ट्रक कानपुर रोड से आते-जाते हैं। यही वजह है कि बंथरा के जुनाबगंज तिराहा की चेक पोस्ट वसूली के लिए सबसे चर्चित और बदनाम है। बाराबंकी-फैजाबाद रोड, सीतापुर रोड, रायबरेली रोड, सुल्तानपुर रोड, हरदोई रोड और कुर्सी रोड से भी ट्रकों का आना-जाना लगा रहता है। एक अनुमान के मुताबिक सभी प्रवेश मार्गों से रोज सुबह से रात तक 15 से 20 हजार ट्रकों की आवाजाही होती है।