IPL: एक बार फिर प्लेऑफ में तो पहुंच गई चेन्नई सुपर किंग्स, इस बार बनाया कुछ ऐसा रिकॉर्ड

चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) एक बार फिर आइपीएल (IPL) के प्लेऑफ के लिए क्वालिफाई कर गई है, लेकिन इस बार उसने कुछ ऐसा रिकॉर्ड बनाया है जिसे वह भूलना चाहेगी। चेन्नई के साथ एक बड़ी समस्या रही है कि इस सीजन में उनके सलामी बल्लेबाज अच्छी शुरुआत देने में नाकाम रहे हैं। इस वजह से चेन्नई एक धीमी शुरुआत करने वाली टीम बन गई है। चेन्नई पावरप्ले का फायदा उठाने में नाकाम रही है। बुधवार को दिल्ली कैपिटल्स (DC) के खिलाफ भी चेन्नई ने काफी धीमी शुरुआत की।  शुरू के छह ओवर में चेन्नई एक विकेट के नुकसान पर सिर्फ 27 रन ही बना सकी।

पावरप्ले में तीसरा सबसे कम स्कोर

आइपीएल के इस सीजन में चेन्नई ने पावरप्ले में तीसरा सबसे कम स्कोर बनाया। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के खिलाफ चेन्नई पावरप्ले में सिर्फ 16 रन ही बना सकी। आइपीएल के इतिहास में सबसे खराब शुरुआत का रिकॉर्ड राजस्थान रॉयल्स (RR) के नाम दर्ज है। राजस्थान ने बैंगलोर के खिलाफ शुरू के छह ओवर में दो विकेट खोकर सिर्फ 14 रन ही बना सकी थी। राजस्थान के बाद दूसरे नंबर फिर चेन्नई का ही नाम है। कोलकाता के खिलाफ चेन्नई की टीम ने 2011 में पावरप्ले में दो विकेट गंवाकर 15 रन बनाए थे।

इस सीजन की तीसरी धीमी शुरुआत

आइपीएल के इस सीजन में दिल्ली के खिलाफ बुधवार को चेन्नई ने अपनी तीसरी धीमी शुरुआत की। चेन्नई ने इससे पहले बैंगलोर के खिलाफ पावरप्ले में 16 रन और राजस्थान के खिलाफ 24 रन बनाए थे। दिल्ली के खिलाफ वो छह ओवर में 27 रन ही बना सके। धीमी शुरुआत की सबसे बड़ी वजह रही है, चेन्नई की सलामी जोड़ी और चेपॉक की पिच। इस पूरे सीजन शेन वॉटसन और फॉफ डु प्लेसिस का बल्ला खामोश रहा है। वहीं, चेन्नई की पिच भी काफी धीमी है। चेन्नई ने अपने अधिकतम मैच चेपॉक में ही खेले हैं, यही भी एक बड़ा कारण है।उम्मीद है कि आने वाले दिनों में चेन्नई इस समस्या को दूर कर लेगी।  

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