भारत के साथ रिश्तों में और फायदे के लिए ये बड़ा कदम उठाएगा नेपाल

नेपाल के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली ने सोमवार को कहा है कि वह और अधिक विकल्पों को पाने और भारत के साथ संबंधों में अधिक फायदा उठाने के लिए चीन के साथ अपने रिश्तों को और गहरा बनाना चाहते हैं. ओली को चीन समर्थक माना जाता है.

प्रधानमंत्री ओली ने कहा कि समय के साथ चलते हुए वह भारत के साथ अपने संबंधों में बदलाव करना चाहते हैं. उन्होंने भारत-नेपाल संबंधों के सभी विशेष प्रावधानों की पुन:समीक्षा का पक्ष लिया जिसमें भारतीय सैन्य बलों में नेपाली सैनिकों के सेवा देने की लंबी परंपरा भी शामिल है.

हांग कांग साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट को दिए एक इंटरव्यू में ओली ने कहा, ‘भारत के साथ जबरदस्त संपर्क और खुली सीमा है. यह सब अच्छा है लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हमारे दो पड़ोसी हैं. हम केवल एक देश पर निर्भर रहकर या केवल एक विकल्प के साथ नहीं रहना चाहते.’

अभी अभी: पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के बाद, अब इस बैंक में हुआ इतने करोड़ का घोटाला

भारत के साथ संबंधों के बारे में उन्होने कहा, ‘भारत के साथ हमारे हमेशा अच्छे रिश्ते हैं.’ उन्हेांने कहा कि भारत सरकार में कुछ ऐसे तत्व हैं जो गलतफहमी पैदा करते हैं लेकिन भारतीय नेतृत्व ने हमें आश्वासन दिया है कि भविष्य में कोई हस्तक्षेप नहीं होगा और हम एक-दूसरे के संप्रभु अधिकारों की रक्षा करेंगे.

ओली की पार्टी सीपीएन-यूएमएल ने हाल ही में हुए संसदीय चुनावों में जीत दर्ज की है. बीते गुरुवार को उन्होंने दूसरी बार नेपाल के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली. भारत के साथ रोटी-बेटी का रिश्ता रखने वाले पड़ोसी मुल्क नेपाल के नए पीएम ओली को चीन समर्थक माना जाता है. इससे पहले ओली 11 अक्तूबर 2015 से तीन अगस्त 2016 तक नेपाल के प्रधानमंत्री रह चुके हैं.

Back to top button