मध्यप्रदेश में परिवार को बंधक बनाकर 65 लाख की डकैती को दिया अंजाम

जबलपुर। शहर के पॉश इलाके नेपियर टाउन में रविवार-सोमवार की दरमियानी रात 7 से 8 नकाबपोश डकैतों ने कलर लैब के मालिक केके अग्रवाल के बंगले में 65 लाख की डकैती डाल दी। डकैत बंगले में मुख्य गेट का दरवाज खुलवाकर अंदर घुसे और परिवार के पांचों सदस्यों को मारपीट कर बंधक बना लिया।मध्यप्रदेश में परिवार को बंधक बनाकर 65 लाख की डकैती को दिया अंजाम

डकैतों के पास रिवॉल्वर, लोहे की रॉड और आरी थी। वे तीन भागों में बंटकर 50 मिनट तक पूरे बंगले की तलाशी ली और बीच-बीच में परिवार के सदस्यों को पीट-पीटकर रकम और लॉकर के बारे में पूछते रहे। डकैत घर में रखे 5 लाख नकद, 60 लाख रुपए के सोने-चांदी और हीरे के जेवर लेकर रेलवे लाइन की तरफ भाग निकले। डकैतों के जाने के बाद परिवार के सदस्यों ने शोर मचाकर पड़ोसियों को सूचित किया। आसपास के लोगों ने रात 3.30 बजे क्षेत्रवासियों ने डायल 100 पर डकैती वारदात की सूचना दी।

रेलवे लाइन की तरफ से आए, दरवाजा खटखटाया, खुलते ही रॉड से किया हमला 

केके अग्रवाल ने बताया है कि रात 2.30 बजे रेलवे लाइन की ओर से आए डकैतों ने दरवाजे पर दस्तक दी। उनका पालतू कुत्ता जोर-जोर से भौंकने लगा। तेज आवाज सुनकर ऊपर के कमरे से बेटा निखिल अग्रवाल व नाती तनुष्क नीचे आ गए। सीसीटीवी कैमरे में कोई नजर नहीं आया। निखिल ने जैसे ही दरवाजा खोला मुंह पर कपड़ा लपटेकर आए एक युवक ने उसके सिर पर रॉड से हमला कर दिया।

पहले पीटा, फिर हाथ-पैर बांधकर कहा-मारने नहीं आए हैं, बताओ 50 लाख रुपए कहां हैं 

निखिल कुछ समझ पाते कि 6 से 7 युवक अंदर आए और उन्हें पीटना शुरू कर दिया। मौके पर मौजूद तनुष्क के चीखने पर उसकी मां वर्षा अग्रवाल दौड़कर ऊपर से नीचे आई। उसने देखा कि रिवॉल्वर, राड, हैमर, आरी लेकर ड्राइंगरूम में खड़े डकैतों ने निखिल, तनुष्क को पकड़ रखा है, तो वह चाहकर भी कुछ नहीं कर सकी। तभी एक युवक ने वर्षा का गला पकड़ लिया और पूछा ‘बताओ, 50 लाख रुपए कहां रखे हैं…? लॉकर की चॉबियां कहा हैं?’ इसके बाद डकैतों ने तीनों को पकड़ा और पूजा कक्ष के आगे वाले कमरे तक पहुंचे।

डकैतों ने यहां निखिल को पिता के कमरे का दरवाजा खुलवाने कहा और केके अग्रवाल के दरवाजा खोलते ही उनके सिर पर राड मारकर घायल कर दिया। डकैतों ने इसी कमरे में घायल केके अग्रवाल, उनकी पत्नी कांति समेत सभी के आंखों पर पट्टी और हाथ-पैर को चादर से बांधकर बंधक बना लिया। डकैत करीब 50 मिनट तक 4 कमरों से आलमारी, लॉकर, दीवान में रखी नकद रकम, डायमंड, सोने के जेवर, मोबाइल अपने कब्जे में ले लिए। तड़के 3.20 बजे सभी डकैत इस मकान से बाहर निकले और भाग गए।

सीसीटीवी कैमरों के कनेक्शन काटे, टेप लपेटा 

पुलिस के मुताबिक डकैतों ने बंगले और परिवार के सदस्यों की रैकी की थी। उन्हें पता था कि घर में कहां-कहां सीसीटीवी कैमरे हैं। इसलिए घर में घुसते ही डकैतों ने बाहर और ड्राइंगरूम में लगे कैमरों का कनेक्शन काटकर टेप लपेट दिया। हालांकि वे अंदर लगे एक कैमरे को नहीं जान पाए और उनका फुटेज कैमरे में कैद हो गया।

दो साल बाद उसी तर्ज पर फिर डकैती डाली 

दो साल पहले (14 मई 2016) अग्रवाल परिवार से करीब 50 मीटर की दूरी पर स्थित गुप्ता सदन में भी इसी तर्ज पर डकैतों ने वारदात को अंजाम दिया था। यहां 20 लाख की डकैती डाली। इस घटना के दौरान आरोपितों ने परिवार के मुखिया राम अवतार गुप्ता व उनके बेटे के साथ मारपीट करके घायल कर दिया था। तब भी डकैत खेज वारदात को अंजाम देने रेलवे लाइन की ओर से आए व भागे थे।

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