अगर नहीं हो रहे हैं बच्चे तो आज ही घर में ले आएं ये पौधा, बांझपन से मिलेगा छुटकारा

पति-पत्नी के रिश्ते को बच्चा और भी मजबूत कर देता है। मगर वहीं जिस घर में बच्चा न हो तो पति पत्नी के रिश्ते में खटास आने लगती हैं। मां-बाप का सुख हासिल करना हर विवाहित जोड़े का सपना होता है। मगर किन्हीं कारणों से (चाहे वो बांझपन हो या नुंपुसकता) वो बच्चे की किलकारियों से वंचित रह जाते हैं। तो हम आज आपको एक ऐसे पौधे के बारे में बताने जा रहे हैं ,जिसे पुराने समय से अशुभ माना जाता है ,मगर जब हम इसके औषधीय गुणों के बारे में बात करतें हैं तो यह पौधा गुणों की खान है।

 अगर नहीं हो रहे हैं बच्चे तो आज ही घर में ले आएं ये पौधा, बांझपन से मिलेगा छुटकाराहालांकि इस पौधे का नाम जानकर आप थोड़ा हैरान हो जाएंगे मगर जब इसके गुणों के बारे में जानेंगे तो आपको बेहद खुशी होगी। हम बात कर रहे हैं सत्यानासी के पौधे के बारे मैं। यह इतना गुणी पौधा हैं कि कितना भी पुराना घाव हो या दाद ,खाज, खुजली हो उसे चुटकियों ठीक कर देता है। सबसे बड़ी बात ये पौधा बांझपन को बिल्कुल दूर कर देता है।

सत्यानासी पौधा

पुराने समय में इस पौधे को काफी अशुभ माना जाता था इसे कोई भी अपने र में लेकर आना पसंद नहीं करता था। ये पौधा भारत में सभी स्थानों पर पाया जाता है है और मुख्य रूप से शुष्क क्षेत्रों में इसका बाहुल्य होता है। यह आपको खेत ,खलिहान ,नदी ,नाला हर जगह मिल जायेगा। यह दो प्रकार के फूलों वाला होता है एक पीले फूल और दूसरा सफ़ेद फूल वाला। यह दोनों प्रकार के पौधे औषधीय रूप से सामान होते हैं। इसके पत्ते कटीले और इसे तोड़ने पर सुनहरे रंग का दूध निकालता है।

हालांकि इस पौधे का नाम जानकर आप थोड़ा हैरान हो जाएंगे मगर जब इसके गुणों के बारे में जानेंगे तो आपको बेहद खुशी होगी। हम बात कर रहे हैं सत्यानासी के पौधे के बारे मैं। यह इतना गुणी पौधा हैं कि कितना भी पुराना घाव हो या दाद ,खाज, खुजली हो उसे चुटकियों ठीक कर देता है।

सबसे बड़ी बात ये पौधा बांझपन को बिल्कुल दूर कर देता है।

बांझपन एक ऐसी समस्या है जिससे कोई भी औरत टूट जाती है। हमारे समाज में इस समस्या के कारण औरतों को काफी अपमान भी सहना पड़ता है। अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं तो सत्यानासी के पौधे की जड़ की छाल को छाया में सुखाकर इसका पाउडर बना लें। इसको सुबह खाली पेट एक से दो ग्राम दूध के साथ लें इसके नियमित सेवन से निसंतानता और धातु रोग की समस्या 14 दिन में जड़ से खत्म हो जाती है।

वहीं अगर ये समस्या अधिक उम्र के व्यक्ति को है तो इसका सेवन अधिक दिन भी करना पड़ सकता है। अगर हम इसकी जड़ों को धोकर इनका पाउडर बना लें और इसका प्रयोग सुबह मिश्री के साथ ले तो भी निसंतानता खत्म हो जाती है और संतान की प्राप्ति होती है। इसके लिए ये रामबाण औषधि है।

नंपुसकता

मर्दों में होने वाली ये समस्या बहुत दुखदायक होती है। पुरुषों में शुक्रणाओं के कमी होना या फिर कोई भी कमी उसके नंपुसकता होने की निशानी होती है। तो ऐसे में सत्यानासी की जड़ों को पीस कर ,एक ग्राम सत्यानासी की जड़ का पाउडर और इतनी ही मात्रा में बरगद का दूध आपस में मिलाकर चने के आकार की गोलियां बना लें। इन गोलियों को लगातार 14 दिन तक सुबह -शाम पानी के साथ देने से नपुंसकता रोग खत्म हो जाता है। यह भी एक रामबाण उपाय है।

अस्थमा

अस्थमा की समस्या के लिए लोग मंहगे मंहगे इलाज कराते हैं मगर फिर भी ठीक नहीं हो पाते। इसके लिए सत्यानासी की जड़ों का चूर्ण एक से आधा राम दूध या गरम पानी से लेने से अस्थमा रोग ठीक हो जाता है।

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