क्यों जरूरी है ऋषिकेश में गंगा आरती देखना, खासियत जानकर आप भी तुरंत प्लान करेंगे ट्रिप!
ऋषिकेश में गंगा आरती (Ganga Aarti In Rishikesh) का अनुभव आपको जीवन को देखने का एक नया नजरिया देता है। इससे आप आध्यात्मिकता की ओर बढ़ सकते हैं। गंगा आरती में शामिल होकर आपको शांति का एहसास हो सकता है। यह एक ऐसा अनुभव है जो आपको जीवन भर याद रहेगा। इसीलिए जीवन में एक बार गंगा आरती में जरूर शामिल होना चाहिए।
उत्तराखंड में बसा ऋषिकेश दुनियाभर के लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है। यहां लाखों की संख्या में देसी-विदेशी पर्यटक आते हैं। ये जगह अपने धार्मिक कार्यों और सुंदरता के लिए जानी जाती है। यहां आकर लोग गंगा नदी में डुबकी लगाते हैं। ये जगह Adventure Sports के लिए भी फेमस है। आप यहां Bungee Jumping, Giant Swing या Rafting जैसे कई एक्टिविटीज में भाग ले सकते हैं। इसे योग नगरी भी कहा जाता है। लोग यहां सुकून भरे पल बिताने आते हैं। ऋषिकेश में अगर कोई चीज सबसे ज्यादा फेमस है तो वो है यहां की (Ganga Aarti In Rishikesh) गंगा आरती। आप जब भी ऋषिकेश आएं तो गंगा आरती में जरूर शामिल हों।
यहां हर शाम घाटों पर गंगा आरती के लिए लोगों की भीड़ जुटती है। ये न केवल दिखने में भव्य लगती है बल्कि आपको मानसिक सुकून भी देती है। कहा जाता है कि हर किसी को जीवन में एक बार ऋषिकेश की गंगा आरती में जरूर शामिल होना चाहिए। हम आपको गंगा आरती में शामिल होने के फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं विस्तार से-
बेहद खास है गंगा आरती
ऋषिकेश की गंगा आरती (Rishikesh Ganga Aarti) के आगे सब फेल है। आरती के समय मंत्रोच्चारण, दीपक की रोशनी और शाम के समय खुले आसमान में बहती गंगा नदी को देखना किसी जन्नत से कम नहीं है। ये वातावरण किसी जादू से कम नहीं होता है। यहां आकर आप आध्यात्मिकता में खो सकते हैं। आपको मानसिक सुकून भी मिलेगा। इसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है, लेकिन यहां कुछ ऐसा है जिसे आप अपने दिल की गहराई में महसूस करेंगे।
मिलता है मानसिक सुकून
ऋषिकेश को योग नगरी के नाम से जाना जाता है। गंगा आरती (Ganga Aarti Importance) इस भावना को पूरा करती है। बहती हुई गंगा नदी की शांति और पहाड़ों वाली ठंडी हवाएं एक ऐसी शांति का एहसास कराती हैं जिसे आप कहीं और महसूस ही नहीं कर सकते हैं।
पॉजिटिविटी से भर सकते हैं आप
ऋषिकेश में लगभग सभी घाटों पर शाम में गंगा आरती होती है। आरती जब शुरू होती है तो हजारों दीपक जल उठते हैं। इससे नदी पर सुनहरी चमक आ जाती है। ये मनोरम दृश्य आपको एक अलग ही दुनिया में ले जाता है। यहां की गंगा आरती आपको पॉजिटिविटी से भर देगी।
संस्कृति को जानने का मौका
स्थानीय परंपराओं और संस्कृतियों को जानना या उन्हें देखना एक खूबसूरत अनुभव हो सकता है। यहां की गंगा आरती दुनिया भर में मशहूर है। आप इसमें शामिल होकर ऋषिकेश के रीति-रिवाजों को बेहतर तरीके से समझ पाएंगे।
फोटोग्राफी के लिए बेस्ट
अगर आप फोटोग्राफी के शौकीन हैं तो गंगा आरती की झलक को अपने कैमरे में जरूर कैप्चर करना चाहिए। यहां की रोशनी, जलते हुए दीपक, पानी और रंग सभी एक साथ मिलकर एक बेहतरीन शॉट बनाते हैं।
इन घाटों पर होती है गंगा आरती
त्रिवेणी घाट
परमार्थ निकेतन आश्रम
शत्रुघ्न घाट
ये है गंगा आरती का समय
गंगा आरती का समय मौसम और दिन के उजाले के समय के आधार पर होता है। आमतौर पर शाम की आरती सूर्यास्त के बाद होती है। सर्दियों के दौरान शाम 6 बजे और गर्मियों में शाम 6:30 बजे के आसपास आरती शुरू होती है।