ऑनलाइन नौकर से विधायक हुए ठगी का शिकार

शिमला। ठियोग के पूर्व विधायक राकेश वर्मा से 34 हजार रुपये ठग कर दिनदिहाड़े दो व्यक्ति फरार हो गए है। पूर्व विधायक ने कुछ दिन पूर्व अपने घर के लिए नौकर ऑनलाइन ढूंढना शुरू किया, तब उन्हें इंटरनेट पर दिल्ली की दीपक इंटरप्राइज कंपनी मिली, जिसने नौकर मुहैया करवाने का दावा किया। 17 जून को सुबह कंपनी का एजेंट और एक नौकर पुराना बस स्टैंड पहुंचे। दोनों ने पूर्व विधायक राकेश वर्मा को फोन किया। पूर्व विधायक ने गाड़ी पुराना बस स्टैंड के लिए भेज दी।ऑनलाइन नौकर से विधायक हुए ठगी का शिकार

इस दौरान घर पहुंचने के बाद दोनों पार्टियों में बातचीत शुरू हुई। एजेंट ने नौकर का परिचय पूर्व विधायक से करवाया। तीन महीने का एडवांस आठ हजार रुपये प्रति महीने से हिसाब से एजेंट ने वसूल लिया। इसके साथ 10 हजार रुपये एजेंट ने कमीशन लिया। पूर्व विधायक ने इस सारी पेमेंट की रसीदें बना ली और दोनों के हस्ताक्षर करवा लिए। यही नहीं दोनों के आधार कार्ड भी रख लिए।

कुछ देर बाद दोनों ने पूर्व विधायक को कहा कि वह रोजमर्रा का सामान नौकर के लिए खरीदना चाहते हैं। पूर्व विधायक ने उन्हें जाने दिया। करीब एक घंटे तक जब वापस नहीं आए तो उन्होंने एजेंट को फोन किया। पहली बार उन्होंने कहा कि अभी सामान खरीद कर रहे हैं थोड़ी देर में वापस आते हैं, लेकिन जब नहीं पहुंचे तो दूसरी बार फिर फोन किया।

एजेंट ने दोबारा कहा कि अभी ब्रेकफास्ट कर रहे हैं, लेकिन दो घंटे बीत जाने के बाद भी वापस नहीं लौटे तो दोबारा नंबर मिलाया। इस बार दोनों का मोबाइल फोन बंद आ रहा था। इसके बाद पूर्व विधायक को शक हुआ कि वे ठगी का शिकार हो गए है। देर शाम को पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। कंपनी के सभी मोबाइल फोन बंद आ रहे हैं। वहीं एजेंट का मोबाइल लोकेशन खंगाली जा रही है। क्षेत्र में पहली बार किसी नौकर को ऑनलाइन मंगवाने का मामला सामने आया है। पूर्व विधायक राकेश वर्मा के पिता आरआर वर्मा हिमाचल प्रदेश पुलिस विभाग में पुलिस महानिदेशक के पद पर रहे हैं।

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