हार्ले डेविडसन के इस फैसले से भारत को हो सकता है फायदा

अमेरिकी प्रोडक्ट्स पर यूरोपीयन यूनियन की तरफ से भारी आयात शुल्क के बाद हार्ले डेविडसन ने अपनी मोटर साइकिल के मैनुफैक्चरिंग प्लांट अमेरिका से बाहर दूसरे देशों में लगाने का फैसला किया है. हार्ले डेविडसन के इस फैसले से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खासे हैरान हैं.हार्ले डेविडसन के इस फैसले से भारत को हो सकता है फायदा

ट्रंप ने इसे लेकर ट्विटर पर लिखा, ‘हार्ले डेविडसन के इस फैसले से निराशा हुई है. हैरानी है कि सारी कंपनियों में सबसे पहले हार्ले डेविडसन ने ऐसा कदम उठाया. मैंने उनके लिए काफी लड़ाई लड़ी. टैक्स तो हार्ले का बस एक बहाना है, इंतजार करें.’ यूएस के अलावा हार्ले डेविडसन की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट भारत, ब्राजील और ऑस्ट्रेलिया में है. इसके अलावा थाईलैंड में भी हार्ले डेविडसन अपना प्लांट लगा रहा है.

ट्रंप हार्ले डेविडसन पर भारत की तरफ से लगाए गए आयात शुल्क के मुद्दे को उठाते रहे हैं. हार्ले के इस फैसले ने अब भारत-अमेरिका के बीच व्यापारिक तनाव के हालात पैदा कर दिए हैं. कंपनी ने यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (एसईसी) में सोमवार को कहा कि यूरोपीय यूनियन के बढ़े हुए नए आयात शुल्क (6 से बढ़कर 31 प्रतिशत) की वजह से निर्यात की गई हर मोटरसाइकिल के दाम में लगभग 2,200 डॉलर की बढ़ोतरी होगी.

कंपनी ने बताया कि आयात शुल्क के भार को कम करने के लिए ही हार्ले डेविडसन ने अपने प्लांट्स दूसरे देशों में लगाने का फैसला लिया है. हालांकि अपने बयान में कंपनी ने ये साफ नहीं किया कि वह और किन देशों में अपने प्लांट्स लगाने की योजना बना रहा है. हार्ले डेविडसन के एक प्रवक्ता के मुताबिक, कंपनी दूसरे देशों में प्लांट लगाने के अपने टार्गेट को 9 से 18 महीनों में पूरा कर लेगी.

आपको बता दें कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शुल्क बढ़ाने के जबाव में यूरोपीय संघ ने भी अमेरिकी उत्पादों पर जवाबी शुल्क लगाया है. यूरोपीय संघ ने अमेरिका से आने वाले बोर्बोन, लिवाइस और हार्ले डेविडसन समेत दूसरे प्रमुख अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क बढ़ा दिया है.

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