राहुल के जन्मदिन के बहाने हरीश और किशोर ने की इन अहम मुद्दों पर बातें

देहरादून: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के जन्मदिन के मौके पर नई दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के बीच हुई मुलाकात ने एक बार फिर कांग्रेस के भीतर चल रही गुटबाजी की चर्चाओं को हवा दी है। दोनों नेताओं के बीच चली लंबी चर्चा को कांग्रेस में चल रही हालिया घटनाक्रम से जोड़ कर देखा जा रहा है। माना जा रहा कि हाल ही में पार्टी में बाहरी लोगों की ज्वाइनिंग और नई कार्यकारिणी के गठन को लेकर इस बैठक में चर्चा हुई है। राहुल के जन्मदिन के बहाने हरीश और किशोर ने की इन अहम मुद्दों पर बातें

हालांकि, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने इस मुलाकात को संगठन की मजबूती के लिए की गई मुलाकात बताया। कांग्रेस में इन दिनों में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश की ट्यूनिंग काफी अच्छी चल रही है। प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद तकरीबन अलग पड़ चुके प्रीतम सिंह इससे काफी मजबूत भी हुए हैं। 

इन सबके बीच नई दिल्ली में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। दरअसल, कांग्रेस में जल्द ही प्रदेश कार्यकारिणी का विस्तार होना है। इससे पहले कांग्रेस में टिहरी विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले राजेश्वर पैन्यूली और नैनीताल में पूर्व भाजपा नेता हेमलाल आर्य को पार्टी में शामिल किया है। 

माना जा रहा है कि इसमें न तो किशोर उपाध्याय और न ही सरिता आर्य की सलाह ली गई। सरिता आर्य को पहले से ही हरीश का नजदीकी माना जाता है। किशोर उपाध्याय और हरीश रावत के बीच कुछ समय पहले से संबंध मधुर होने शुरू हुए हैं। इसकी शुरुआत हरीश रावत ने ही नई दिल्ली में किशोर उपाध्याय से मिलकर की। 

इस बार कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को दिल्ली में जन्मदिन पर बधाई देने पहुंचे किशोर उपाध्याय, विधायक काजी निजामुद्दीन, प्रदेश उपाध्यक्ष जोत सिंह बिष्ट और प्रदेश महामंत्री राजेंद्र बिष्ट समेत अन्य नेता हरीश रावत के दिल्ली स्थित आवास पहुंचे। इस मुलाकात को अहम इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि अब प्रदेश कार्यकारिणी का गठन होना है। प्रीतम व इंदिरा इस समय लामबंद है। इसे देखते हुए यह माना जा रहा है कि इस बैठक में इस मसले पर भी मंथन किया गया। हालांकि, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय का कहना हे कि पार्टी की मजबूती के लिए दिल्ली आए थे इसलिए यह मुलाकात हो गई।

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