सर्वे: 24 मिनट से ज्यादा मोबाइल का इस्तेमाल, 25 की उम्र के बाद कर देगा जीवन बर्बाद…

मोबाइल फोन आज हमारी लाइफस्टाइल का हिस्सा बन गया है. इसके बिना आज जीवन की कल्पना करना भी संभव नहीं है. यह इस हद तक हमारी जीवनशैली में शामिल हो चुका है कि रात को सोते और सुबह उठते समय सबसे पहले मोबाइल चेक करते हैं. इस पर आने वाले नोटिफिकेशन और मैसेज हम दिन भर में कई बार चेक करते हैं. हालांकि इससे अधिक इस्तेमाल से होने वाले खतरों के बारे में हम पहले भी पढ़ चके हैं. इससे सेहत पर होने वाले खतरों पर ध्यान दिया जाए तो पता चलता है कि ये हेल्थ को बुरी तरह प्रभावित कर सकते हैं.

एक्सपर्ट्स के मुताबिक दिन भर मोबाइल पर बात करने वाले या चैट में बिजी रहने वाले लोगों की प्रजनन क्षमता प्रभावित हो रही है. स्टडी के मुताबिक मोबाइल और उनके टॉवर से निकलने वाला रेडिएशन पुरुषों में स्‍पर्म काउंट कम करती है और महिलाओं में प्रजनन क्षमता कम कर देती है. इसके अलावा मोबाइल रेडिएशन से ब्रेन ट्यूमर के खतरे को भी बढ़ावा मिलता है.

डब्ल्यूएचओ की एक रिसर्च में खुलासा हुआ कि मोबाइल रेडिएशन से कैंसर होने का खतरा है. हंगरी में वैज्ञानिकों ने पाया कि जो युवक बहुत ज्यादा मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते थे, उनमें काउंट कम पाए गए. वहीं जर्मनी में हुई रिसर्च के मुताबिक जो लोग ट्रांसमिटर ऐंटेना के 400 मीटर के एरिया थे, उनमें कैंसर होने की आशंका तीन गुना अधिक पाई गई. इसके अलावा 400 मीटर के एरिया में ट्रांसमिशन बाकी एरिया से 100 गुना ज्यादा होता है.

मानसून सीजन में हो रहा है पेट खराब खाए ये डिश, मिलेगा आराम

विशेषज्ञों का कहना है कि मोबाइल रेडिएशन से सिरदर्द, सिर में झनझनाहट, थकान महसूस करना, चक्कर आना, डिप्रेशन, नींद न आना, आंखों में ड्राइनेस, काम में ध्यान न लगना, कानों का बजना, सुनने में कमी आना, मेमोरी लॉस, डाइजेशन में गड़बड़ी, अनियमित धड़कन, जोड़ों में दर्द आदि की समस्‍या हो सकती है.

रिसर्च के मुताबिक मोबाइल रेडिएशन से लंबे समय के बाद प्रजनन क्षमता में कमी, कैंसर, ब्रेन ट्यूमर और मिस-कैरेज की आशंका भी हो सकती है. एक्सपर्ट्स के अनुसार हमारे शरीर में 70 फीसदी पानी है और दिमाग में भी 90 फीसदी तक पानी होता है. यह पानी धीरे-धीरे बॉडी रेडिएशन को अब्जॉर्ब करता है और भविष्य में सेहत के लिए नुकसानदेह साबित हो होता है.

दिन भर में 24 मिनट तक मोबाइल फोन का इस्तेमाल सेहत के लिहाज से ठीक माना जाता है. यहां यह भी अहम है कि आपके मोबाइल की SAR वैल्यू क्या है? ज्यादा SAR वैल्यू के फोन पर कम देर बात करना कम SAR वैल्यू वाले फोन पर ज्यादा बात करने से ज्यादा नुकसानदेह है.

Back to top button