इराक में ‘महागठबंधन’, अगुवा बने सद्र और अबादी

भारत में 2019 लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को हराने के लिए अभी महागठबंधन की सुगबुगाहट चल रही है. वहीं इराक में नई सरकार बनाने के लिए महागठबंधन का फैसला लिया गया है. 

दरअसल, इराक के वर्तमान प्रधानमंत्री हैदर अल-अबादी और राष्ट्रवादी शिया मौलवी मुक्तदा सद्र की अगुवाई में 16 राजनीतिक दलों ने नई सरकार बनाने के लिए गठबंधन का ऐलान किया है. इसको लेकर सभी दलों में आपसी सहमति भी बनी है. दिलचस्‍प बात तो ये है कि इराकी संसद के पहले सत्र से कुछ घंटों पहले यह गठबंधन हुआ.

इराक के पीएम अबादी के करीबी सहायक ने बताया कि गठबंधन में 177 सांसद शामिल हैं, जो चुनाव में निर्वाचित 329 सांसदों की आधी संख्या से अधिक हैं. अब राष्ट्रपति सबसे बड़े गठबंधन को सरकार बनाने की मंजूरी देंगे. बता दें कि इराक में बीते मई में नई संसद का निर्वाचन हुआ था.

अब आगे क्‍या

इराक की नई संसद के पहले सत्र में एक अध्यक्ष का चयन होगा. पांरपरिक तौर पर इराक के सुन्नी मुस्लिम समुदाय का सदस्य अध्यक्ष बनता है और साथ ही दो उपाध्यक्ष होते हैं. इसके बाद सांसदों को देश के नए राष्ट्रपति का चुनाव करना होगा. इसके लिए उन्‍हें 30 दिन का समय मिलेगा. नए राष्ट्रपति के पास संसद के सबसे बड़े गठबंधन को नई सरकार बनाने देने के लिए 15 दिन का समय होगा.

बता दें कि इराक के चुनाव में प्रभावशाली शिया मौलवी मुक्तदा अल-सद्र के नेतृत्व वाले गठबंधन ने सबसे ज्यादा सीटें जीती हैं. सद्र के गठबंधन को 54 सीटें मिलीं हैं. वहीं वर्तमान प्रधानमंत्री हैदर अल-अबादी के कब्‍जे में 42 सीटें हैं.

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