वर्ष 2021-22 का बजट बना रही है सरकार, आप भी भेज सकते हैं सरकार को आइडिया

नई दिल्ली। वित्त वर्ष 2021-22 के लिए केंद्र सरकार के बजट बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। वित्त मंत्रालय ने तमाम संगठनों से उनकी सलाह मांगी है। यही नहीं, कोई भी व्यक्ति बजट बनाने के बारे में अपने सुझाव सरकार को दे सकता है। आइए जानते हैं कि यह कैस हो सकता है?

क्या है बजट

सबसे पहले तो यह जान लें कि बजट क्या होता है? असल में सरकार हर साल (आमतौर पर 1 फरवरी) को देश का बजट पेश करती है। इसमें इस बात का पूरा लेखा-जोखा होता है कि वित्त वर्ष यानी अप्रैल से लेकर अगले मार्च तक सरकार की आमदनी कहां से होगी और खर्च कहां-कहां होगा? यानी पैसा कहां से, कितना आएगा और कहां जाएगा?

खासकर मध्यम वर्ग के वेतनभोगी लोगों को बजट का खास इंतजार रहता है, क्योंकि उन्हें इनकम टैक्स में सरकार से राहत की उम्मीद होती है। बजट में ही ​यह बताया जाता है कि अगले वित्त वर्ष के लिए टैक्स स्लैब या टैक्स की दरें क्या होंगी? इसके अलावा कई तरह के टैक्सेज से इस बात का अंदाजा लगता है कि कौन-सा सामान आगे सस्ता हो सकता है और कौन-सा महंगा?

ली जाती है सबकी राय

बजट तैयार करने से पहले वित्त मंत्री देश के सभी प्रमुख सेक्टर के लोगों की राय लेती हैं। उद्योग चैंबर्स, किसान संगठन, विभिन्न तरह के कारोबार से जुड़े संगठन, कर्मचारी संगठन, राजनीतिक दल आदि सभी वित्त मंत्री के सामने अपनी सलाह रखते हैं। इस तरह सभी पक्षों की राय, प्रधानमंत्री, विभिन्न मंत्रालयों और मंत्रिमंडल की सलाह लेने के बाद वित्त मंत्री सालाना बजट तैयार करती हैं।

आम आदमी कैसे दे सकता है सुझाव

यह एक बड़ी अच्छी बात है कि सरकार ने देश के हर नागरिक को बजट के बारे में अपने सुझाव देने का एक मंच दिया है। सरकार ने MyGov प्लेटफॉर्म पर बजट के लिए एक माइक्रोसाइट (online portal) लॉन्च किया है जिस पर बजट के बारे में लोगों से सुझाव मांगे गये हैं। यहां पर रजिस्ट्रेशन कर आप अपने सुझाव दे सकते हैं। इस पोर्टल पर सुझाव देने की अंतिम तिथि 30 नवंबर, 2020 है। इस लिंक पर सीधे जाने के लिए वेब एड्रेस है: https://www.mygov.in/mygov-survey/inviting-suggestions-budget-2021-22/ तो आप इस लिंक पर जाएं और बजट के बारे में अपने कीमती सुझाव सरकार दें।

इस साल इंडस्ट्री चैंबर भी ई-मेल से भेजेंगे सुझाव

कोरोना को देखते हुए वित्त मंत्रालय ने इस साल सभी इंडस्ट्री और कारोबारी चैंबर्स से भी ऑनलाइन ई-मेल के माध्यम से सुझाव देने का अनुरोध किया है। इसके पहले इंडस्ट्री चैंबर्स और विभिन्न सेक्टर के उद्योगों के प्रतिनिधि वित्त मंत्री के सामने अपने सुझावों का प्रजेंटेशन रखते थे। लेकिन इस साल उनके सुझाव के लिए एक खास ई-मेल जारी किया जाएगा और उसी पर वे अपना प्रजेंटेशन या सुझाव दे सकेंगे।

Back to top button