कोरोना वैक्सीन पर जल्द ही खुशखबरी, एक से ज्यादा टीकों का इस्तेमाल करेगा भारत
नई दिल्ली। चीनी वायरस कोरोना का दुनियाभर में पिछले 10 महीन से कोहराम जारी है। दुनियाभर में जहां कोरोना संक्रमितों की संख्या जहां 4 करोड़ 84 लाख के पार पहुंच गया है। वहीं इस महामारी की चपेट में आने से अबतक 10 लाख 91 हजार से ज्यादा लोगों की जानें जा चुकी है। कोरोना के कोहराम के बुच दुनियाभर में इसकी दवाई और वैक्सीन पर रिसर्च और शोध जारी है। कई जगहों पर कोरोना वैक्सीन का ट्रायल अपने अंतिम चरण में है तो रूस का दावा है कि उसे कोरोना वैक्सीन बनाने में कामयाबी मिल गई है और जल्द ही यह आम लोगों के लिए उपलब्ध होगा।
इन सबके बीच कोरोना वैक्सीन को लेकर भारत से भी अच्छी खबर आई है। भारत में कोरोना के कई वैक्सीन पर ट्रायल अपने अंतिम फेज में है। नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल का कहना है कि सभी वैक्सीन कैंडिडेट्स का ट्रायल ठीक से चल रहा है। भारत बायोटेक और कैडिला हेल्थकेयर जिन वैक्सीन का फेज-2 ट्रायल कर रहे हैं, उसके नतीजे नवंबर की शुरुआत तक आ सकते हैं। उसके बाद इन स्वदेशी टीकों के फेज-3 ट्रायल की रणनीति तैयार होगी।
कोविशील्ड के नतीजे अगर नवंबर के आखिर तक आ जाते हैं और वह उम्मीदों पर खरे उतरते हैं तो अगले साल से टीके लगाने का काम शुरू हो सकता है। भारत सरकार ने यह भी कहा है कि वह एक वैक्सीन के भरोसे नहीं है और कई वैक्सीन कैंडिडेट्स हासिल करने की कोशिश होगी।
भारत में इन वैक्सीनों का चल रहा है क्लिनिकल ट्रायल-
दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया वर्तमान में भारत में ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित वैक्सीन के तीसरे चरण का क्लिनिकल ट्रायल आयोजित कर रही है।
इसी तरह डॉ रेड्डीज लैब ने रूस द्वारा विकसित वैक्सीन ‘स्पूतनिक वी’ की नियामक मंजूरी मिलने के बाद ट्रायल शुरू करने की बात कही है।
इसी तरह भारत बायोटेक दूसरे चरण का ट्रायल कर रहा है और जायडस कैडिला तीसरे चरण के ट्रायल की तैयारी में है।
वहीं मंत्रियों के समूह की बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि ‘हमें उम्मीद है कि अगले साल की शुरुआत में हमारे पास एक से अधिक स्रोतों से देश में वैक्सीन उपलब्ध होनी चाहिए। हमारे विशेषज्ञ समूह देश में वैक्सीन के वितरण को कैसे लागू करें, इसकी योजना बनाने के लिए रणनीति तैयार की जा रही हैं।’ स्वास्थ्य मंत्री का यह बयान सोमवार को विश्व श्वाश्थ्य संगठन की ओर से दिसंबर 2020 तक वैक्सीन आने की उम्मीद जताने के बाद आया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने सोमवार को कहा था, कि जल्द से जल्द 2020 के अंत तक या अगले साल के शुरू में पंजीकरण के लिए एक वैक्सीन तैयार हो जाएगी। उन्होंने कहा कि ‘हमारे पास वैक्सीन के लिए 40 कैंडिडेट हैं जो कि क्लीनिकल ट्रायल के अलग-अलग स्तर पर हैं और उनमें से 10 तीसरे चरण में हैं। ये हमें बताएंगे कि वैक्सीन कितनी सुरक्षित है। उसके बाद ही उसके वितरण का निर्णय किया जाएगा।