09 फरवरी दिन शुक्रवार का राशिफल: आज इन राशी के पुरे होंगे रुके सभी काम

।।आज का पञ्चाङ्ग।।

आप सबका मंगल हो 09 फरवरी दिन शुक्रवार

ऋतु-शिशिर
माह-फाल्गुन
सूर्य-उत्तरायण
सूर्योदय-06:29
सूर्यास्त-05:31
राहूकाल(अशुभसमय)दोपहर
10:30 से 12:00बजे तक
तिथि-नवमी
पक्ष-कृष्ण
दिशाशूल- पश्चिम व दक्षिण
शुभदिशा-पूर्व व उत्तर
अभिजितमुहूर्त-दोपहर 12:13से 12:57 तक
अमृतमुहूर्त-प्रातः 09:50 से 11:13

।।आज का राशिफल।।

मेष:-आज व्यापार उत्तम रहेगा विवाहादि कार्यों में संलग्नता बनी रहेगी। साझेदारी से लाभ मिलेगा। प्रियजन से मुलाकात होगी। कृषि कार्यों से लाभ मिलेगा। मन में प्रसन्नता व उत्साह बना रहेगा।
सुझाव:-ताँबे जा सिक्का मन्दिर में अर्पित करें।
राशिरुद्राक्ष:-तीनमुखी व चौदह मुखी
शुभरंग:-श्वेत

वृष: -वैवाहिक व मांगलिक कार्यों में सहभागिता रहेगी व धन खर्च होगा। यात्रा लाभ कारी होगी। मन स्वस्थ्य होगा। संतान द्वारा सहयोग मिलेगा। धन का लाभ रहेगा।
शैक्षिक कार्यों में लाभ व यश मिल सकेगा। पारिवारिक सहयोग जरूर मिलेगा।
सुझाव:-मखाने की खीर माता लक्ष्मी को अर्पित करें।
राशिरुद्राक्ष:-तेरह मुखी, छः मुखी, व दशमुखी
शुभरंग:-कत्थई

मिथुन:-आज भवननिर्माण कार्य में प्रगति मिलेगी व्यापार में मध्यम लाभ मिलेगा। वाहन सुख व भूमि द्वारा लाभ मिलेगा। राजकाज में सफलता मिलेगी। मित्रों से सहयोग मिल सकेगा, पराक्रम में वृद्धि होगी।शैक्षिक कार्यों में रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है।
सुझाव:-मीठे ओआन का दान विप्र को करें।
राशिरुद्राक्ष:-तेरह मुखी व ग्यारहमुखी
शुभरंग:-चॉकलेटी

कर्क:-आज उच्चअधिकारी से सहयोग मिलेगा। नौकरी में उन्नति का मार्ग प्रशस्त हो सकते हैं। घर में मांगलिक कार्यों का शुभारंभ होगा। शिक्षा के क्षेत्र में प्रगति होगी, कृषिकार्यों में निवेश लाभ देगा।
सुझाव:-गौ माता को गुड़ ,रोटी अर्पित करें।
राशिरुद्राक्ष:- दो मुखी व गौरीशंकर
शुभरंग:-पीला

सिंह:-आज धन का मध्य लाभ कठिन परिश्रम से ही सम्भव होगा। समस्या का निवारण धीमी गति से हो सकेगा। परिजनों से सहयोग और लाभ मिलेगा। स्वास्थ्य खराब हो सकता है ।यात्रा में चोरों से सावधान रहें।
सुझाव:-हलवा पूड़ी कन्याओं को खिलावें।
राशि रुद्राक्ष:-एक मुखी व बारह मुखी
शुभरंग:-नीला

कन्या:-आज निर्माण कार्यों में प्रगति व व्यापार में मध्यम लाभ हो सकता है। अधिकारी से सहयोग मिलेगा। परिवार में सामंजस्य न बन पाने से असन्तोष का सामना करना पड़ सकता है। पराक्रम में वृद्धि व मान-प्रतिष्ठा का लाभ अवश्य मिलेगा।
सुझाव:-काले कुत्ते को रोटी खिलावें।
राशिरुद्राक्ष:-तेरह मुखी व ग्यारह मुखी
शुभरंग:-केशरिया

तुला:-आपके व्यापार में व्यापक वृद्धि होगी। धन का लाभ होगा। राजकीय कार्यों में विलम्ब थोड़ा विलंब हो सकता है। कार्य में व्यस्तता बनेगी। अधिक परिश्रम होगा।महत्वपूर्ण कार्यों में विशेष प्रगति हो सकती है।
सुझाव:-कौवे को रोटी क़िलावें।
राशिरुद्राक्ष:-तेरह मुखी, छः मुखी,व दश मुखी
शुभरंग:-बादामी

वृश्चिक:-आज आपका व्यवहार ,व्यापार व स्वास्थ्य अच्छा रह सकेगा। मन में स्वकीय कार्यों के प्रति निरन्तर प्रसन्न व उत्साह बना रह सकेगा। सुदूर यात्रा के योग बन सकते हैं।अकस्मात व्यय होने की संभावना दोपहर तक बनी रह सकती है।
सुझाव:-कबूतरों को दान डालें।
राशिरुद्राक्ष:-तीन मुखी व चौदहमुखी
शुभरंग:-स्लेटी

धनु:-आज व्यापार व नौकरी दोनों में परिश्रम अधिक करना पड़ सकता है । धन का संकुचित लाभ मिलेगा। विद्या-अध्ययन में रूचि बढेगी। मित्रों से फायदा होगा। राजकाज में सफलता की संभावना बन रही है।
सुझाव:-भगवान शिव की आराधना व जलाभिषेक करें।
राशिरुद्राक्ष:-एक मुखी व सात मुखी
शुभरंग:-फिरोजी

मकर:-आज व्यापारिक कार्यों में उत्साह बना रहेगा जिससे आपके प्रतिद्वंदी पीछे रहेंगे। सरकारी धन का लाभ हो सकता है। नौकरी में तरक्की और अधिकारी से सम्बन्ध मधुर होंगे।
सुझाव:-बन्दरों को मीठी रोटी खिलावें।
राशिरुद्राक्ष:-एक मुखी व चौदह मुखी
शुभरंग:-जामुनी

कुम्भ:-आज आपको व्यापार में धन का मध्यम लाभ मिल सकेगा। शुभ समाचार की प्राप्ति हो सकेगी। मन प्रसन्न होगा। प्रियजन से मिलाप तथा धार्मिक कार्यों से आत्म लाभ प्राप्त हो सकता है।
सुझाव:-श्री सूक्त का पाठ करें।
राशिरुद्राक्ष:-एक मुखी व चौदह मुखी
शुभरंग:-नारंगी

मीन:-आज व्यापार सामान्य फल दाई रह सकेगा ,दिनचर्या अनुशासित रहेगी। धन का लाभ होगा। मन में कुछ अशांति रह सकती है किंतु अधिक देर तक आपकी प्रसन्नता को नहीं रोक सकती। समस्या का समाधान होगा।
सुझाव:-दही गुड़ का दान विप्र को करें।
राशिरुद्राक्ष:-सात मुखी व चौदह मुखी।
शुभरंग:-गुलाब

।।आज के दिन का विशेष महत्व।।

1 आज शिशिर ऋतु फाल्गुन माह कृष्णपक्ष नवमी तिथि भृगुवार दिन है।
2 आज समर्थगुरु रामदास जयंती ,व सर्वाथसिद्धि योग भी है।
3 आज विवाह मुहूर्त है।

।।प्रेरणा दाई चौपाई।।

तब प्रभु भरद्वाज पहिं आए।
करत दण्डवत मुनिउर लाए।।

अर्थ:- गोस्वामी तुलसीदास जी वर्णन करते है कि संगम स्नान करने के उपरांत प्रभू श्री राम भद्र महामुनि भरद्वाज जी के आश्रम में गए व उन्हें सादर दण्डवत करने को झुके की मुनि भरद्वाज ने दौड़ कर प्रभू कोगले लगा लिया और उनको(भरद्वाज)ऐसा लगा कि ब्रम्हाण्ड का सम्पूर्ण आनंद उनके हृदय में बस गया हो।

“अस्तु चाहे कितने ऊँचे पड़ पर व्यक्ति क्यों न हो उसे अपनी सहजता नही छोड़नी चाहिए अन्यथा उसकी प्रतिष्ठा प्रभावित होती है।”

।।वास्तु टिप।।

घर या व्यावसायिक परिसर मे केले के समीप तुलसी का वृक्ष ईशान कोंण में लगाना बेहद लाभकारी होता है केले के नीचे किया गया अध्ययन कभी व्यर्थ नहीं जाता व शीघ्र ही शुभ फल देता है।

।।इति शुभम्।।

।।आचार्य स्वमी विवेकानन्द।।
।।ज्योतिर्विद, वास्तुविद व सरस कथाव्यास।।
।।श्री अयोध्याधाम।।
संपर्क सूत्र-9044741252

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