सुरक्षा से खिलवाड़: देश के सिर्फ 6 एयरपोर्ट पर बम डिफ्यूज करने की सुविधा

अगर आप हवाई जहाज से यात्रा कर रहे हैं तो यह खबर आपको परेशान कर सकती है, क्योंकि देश के अधिकांश एयरपोर्ट पर सुरक्षा के मानकों के साथ खिलवाड़ हो रहा है. जी हां, सीआईएसएफ की ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक देश के सिर्फ छह एयरपोर्ट पर आपात स्थिति से निपटने के लिए बम निरोधक दस्ता मौजूद है. चार महानगरों के अलावा कोच्चि और हैदराबाद एयरपोर्ट पर ही यह दस्ता मौजूद है. ब्यूरो फॉर सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) के मुताबिक सभी एयरपोर्ट पर विस्‍फोटक का पता लगाने या उसे निष्क्रिय करने के लिए 28 उपकरणों का मौजूद होना जरूरी है. इनमें विस्फोटक वाष्प डिटेक्टर, बम निरोधक सूट और डिटेक्टर शामिल है. ज्ञात हो कि देश के सिर्फ छह एयरपोर्ट पर जरूरी के सभी सुरक्षा उपकरण मौजूद हैं. इनमे से सिर्फ दो ही एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) के द्वारा संचालित किए जा रहे हैं, बाकी चार का संचालन प्राइवेट कंपनी कर रही है.

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हिंदुस्तान टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, नाम नहीं लेने के शर्त पर सीआईएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि इसके लिए एएआई, बीसीएएस और नागरिक उड्डयन मंत्रालय को पत्र लिखकर जरूरी के सभी उपकरण अविलंब मुहैया कराने का आग्रह किया है. देश के हवाई अड्डों, बंदरगाहों, पावर प्लांट्स और सभी संवेधनशील सरकारी भवनों की सुरक्षा के लिए 1969 में सीआईएसएफ का गठन किया गया था. देश के 98 में से 59 एयरपोर्ट की सुरक्षा का जिम्मा भी सीआईएसएफ के पास ही है. नाम नहीं लेने की शर्त पर एक सुरक्षा अधिकारी ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि बम निरोधक दस्ते का एयरपोर्ट पर मौजूद नहीं होना यात्रियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है. क्योंकि एयरपोर्ट परिसर में बम की सूचना मिलने पर सीआईएसएफ को नजदीक के किसी पुलिस स्टेशन को सूचना देना होगा, जिसमें काफी वक्त लग सकता है. सीआईएसएफ के पूर्व महानिदेशक अरविंद रंजन ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि यह रिपोर्ट अपने आप में सबकुछ बयां कर रही है. इसमें किसी तरह का संदेह नहीं होना चाहिए कि हवाई अड्डों की सुरक्षा के लिए बम निरोधक दस्ता का होना अत्यंत जरूरी है.

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