कानपुर सेंट्रल स्टेशन से मथुरा-बरेली तक दौड़ेंगी इलेक्ट्रिक ट्रेन

कानपुर : कानपुर से फर्रुखाबाद, कासगंज होते हुए अगले साल से मथुरा-बरेली तक विद्युत ट्रेनों का संचालन किया जा सकेगा। टै्रक के विद्युतीकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इस कार्य 150 से अधिक रेलवे अभियंता व कर्मचारी लगाए गए हैं। इसकी अनुमानित लागत करीब 300 सौ करोड़ रुपये की है। 
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक कानपुर के कल्याणपुर से ट्रैक विद्युतीकरण के लिए खंभे लगाए जा चुके हैं अब तार खींचा जाना है। इसके बाद परीक्षण कर विद्युतचालित ट्रेनों का चलाने का काम शुरू हो जाएगा। जून 2019 तक इलेक्ट्रिक से ट्रेनों के संचालन की उम्मीद है। ट्रैक विद्युतीकरण से लाभ कानपुर से वाया फर्रुखाबाद दिल्ली जाने में अभी करीब 10 घंटे लगते हैं लेकिन इलेक्ट्रिक लाइन चालू होने के बाद 7 घंटे का समय लगेगा। 
सेंट्रल स्टेशन पर विद्युत इंजन हटाकर डीजल इंजन लगाने में समय बर्बाद होता है, वह बचेगा। ट्रेनों की गति 80 किमी प्रतिघंटा से बढ़ाकर 110 किमी प्रतिघंटा हो जाएगी। दिल्ली से बरेली होकर भी ट्रेनें वाया फर्रुखाबाद कानपुर आएंगी। दिल्ली से मथुरा होते हुए वाया कासगंज फर्रुखाबाद होते हुए भी ट्रेनें कानपुर आएंगी। ट्रैक पर बढ़ेगा लोड कानपुर सेंट्रल से मथुरा तक ट्रैक विद्युतीकरण का चल रहा है। 
एक रेल अधिकारी ने बताया कि फर्रुखाबाद रेलमार्ग पर अभी प्रतिदिन 26 सवारी ट्रेनें और 15 मालगाड़ियां दौड़ रही हैं। मथुरा तक विद्युतीकरण के बाद इस ट्रैक पर सवारी गाडि़यों की संख्या 100 हो जाएगी और मालगाड़ी की संख्या भी 50 से अधिक हो जाएगी। इसके लिए मंधना स्टेशन से कानपुर सेंट्रल तक वाया पनकी ट्रेनों के संचालन के लिए कवायद चल रही है। पूर्व में इसके सर्वे का भी कार्य हुआ है।   
-”कानपुर के कल्याणपुर स्टेशन से मथुरा तक ट्रैक विद्युतीकरण का कार्य मार्च 2019 तक पूरा करने का लक्ष्य है, उसके बाद कानपुर के लिये बरेली और मथुरा से इलेक्ट्रिक ट्रेनों का एक और वैकल्पिक रास्ता मिल जाएगा।
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