यमुना उफान के कारण दिल्ली पड़ी खतरे में, यातायात हुए बंद

यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद यमुना के पुराने ब्रिज को बंद कर दिया गया है. इसे लोहा पुल के नाम से भी जाना जाता है. भारतीय रेलवे ने बताया कि ब्रिज के बंद होने के कारण 27 पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है वहीं 7 ट्रेनों का रूट बदला गया है. दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से आधा मीटर से ज्यादा ऊपर बह रही है. रविवार शाम को ही पुराने यमुना पुल पर यातायात रोक दिया गया था.यमुना उफान के कारण दिल्ली पड़ी खतरे में, यातायात हुए बंद

दिल्ली सरकार ने नदी की स्थिति पर नजर रखने के लिए बाढ़ नियंत्रण कक्ष और चौबीसों घंटे काम करने वाले आपात संचालन केंद्र स्थापित किए हैं. यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ते रहने पर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर पुराने पुल पर यातायात बंद करने का आदेश जारी किया गया. अधिकारियों के अनुसार यमुना रविवार शाम 6 बजे के आसपास 205.5 मीटर पर बह रही थी और खतरे का निशान 204.83 मीटर है. आम बोलचाल में इसे लोहा का पुल कहा जाता है और यह सड़क सह रेल पुल है. दिल्ली-हावड़ा लाइन का यह पुल 150 साल से भी अधिक समय पहले बना था.

जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी आदेश में कहा गया है, ‘जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण बाढ़ का खतरा है, यमुना तल में निचले इलाकों में पानी भर गया. ऐसे में जान-माल का नुकसान हो सकता है. ऐसे में पुल पर यातायात तत्काल प्रभाव से बंद करने का निर्देश दिया जाता है. यमुना के किनारे रहने वाले लोगों को जगह खाली करने के लिए कहा गया है. आपात स्थिति से निबटने के लिए गोताखोरों और बोटों को तैनात कर दिया गया है. यमुना के किनारे बसे लोगों को बाहर निकालकर टेंटों में ले जाया जा रहा है.

इससे पहले, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शहर के निचले इलाके से लोगों को हटाने के काम का जायजा लिया और लोगों से सुरक्षित स्थानों पर चले जाने की अपील की.इसके अलावा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस संबंध में राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपात बैठक भी की. एक अधिकारी ने बताया, सिसोदिया ने अक्षरधाम और पांडव नगर के पास के निचले इलाकों में लोगों को निकालने के लिए चल रहे काम का जायजा किया.

सिसोदिया ने नदी के आसपास रहने वाले लोगों से मुलाकात भी की और उन्हें यमुना के बढ़ते जल स्तर के बारे में आगाह करते हुए सुरक्षित स्थान पर जाने का आग्रह किया. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि कई लोगों ने ऊंचे स्थानों पर जाना शुरू भी कर दिया है. यमुना नदी के जल स्तर के खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने के बाद दिल्ली सरकार ने चेतावनी जारी की थी.

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