किसान आंदोलन के चलते दिल्ली-NCR में इंटरनेट बैन होने पर लोगों पर टूटा पहाड़…

गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश की राजधानी दिल्ली ने जमकर हुड़दंग को देखा. किसान आंदोलन से जुड़े ट्रैक्टर मार्च के दौरान प्रदर्शनकारी बेकाबू हो गए और दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में हिंसा की तस्वीरें सामने आई. कहीं तोड़फोड़ हुई तो कहीं पुलिस-प्रदर्शनकारियों में संघर्ष. इसी बवाल के बीच गृह मंत्रालय ने कुछ इलाकों में मोबाइल इंटरनेट को बंद कर दिया. जो आम लोगों पर मुसीबत के पहाड़ की तरह टूटा. 

कोरोना काल में अधिकतर लोग पहले ही अपने घरों से काम कर रहे हैं, उसके बाद इंटरनेट बैन हो जाने के कारण काफी लोगों को परेशानियां झेलनी पड़ीं. फिर चाहे दफ्तर का काम हो या फिर स्कूल की ऑनलाइन क्लास. बीते दिन दिल्ली में इंटरनेट बैन के कारण कैसी मुश्किलें सामने आई हैं, कुछलोगों की आपबीती के जरिए समझिए..

‘पड़ोसी के वाई-फाई से हो रहा काम’
दिल्ली के न्यू अशोक नगर में रहने वाले राजेश जो आजकल वर्क फ्रॉम होम के जरिए दफ्तर का काम करने में जुटे हैं, इंटरनेट बंद होने के कारण काफी मुश्किल का सामना कर रहे हैं. काम करने के लिए राजेश घर से पांच किमी. दूर स्थित अपने दोस्त के यहां पहुंचे और शिफ्ट को पूरा किया.

दिल्ली की ही शिखा को अपने ऑफिस का काम करने के लिए पड़ोसी के वाई-फाई कनेक्शन का सहारा लेना पड़ा. शिखा का कहना है कि अगर लंबे वक्त तक इंटरनेट बैन जारी रहा, तो दफ्तर का काम करना काफी मुश्किल हो जाएगा. 

‘वर्क फ्रॉम होम बना मुसीबत’
ऐसा ही हाल कॉरपोरेट दफ्तर में काम करने वाले सौरभ का हुआ, जो कि इंटरनेट बंद होने के कारण ऑफिस से जुड़ा कोई काम ही नहीं कर पा रहे हैं. चूंकि वर्क फ्रॉम होम है और दफ्तर जाने का ऑप्शन अभी नहीं है, ऐसे में संकट अधिक बढ़ रहा है.   

दिल्ली में कैंसिल हुईं ऑनलाइन क्लास

पश्चिमी दिल्ली में भी इंटरनेट को लेकर काफी असुविधाएं हो रही हैं, यहां रहने वाले राकेश सिंह की बेटी इंटरनेट ना होने के कारण अपनी ऑनलाइन क्लास नहीं कर पा रही हैं. स्कूलों से इसके लिए मैसेज भी आ गया है कि इंटरनेट ना होने के कारण क्लास को आगे बढ़ा दिया गया है.

सिर्फ दफ्तर का कामकाज या स्कूली क्लास ही नहीं बल्कि इंटरनेट ना होने के कारण लोगों के आम रूटीन पर फर्क पड़ा है. कोरोना काल ने हर किसी की ऑनलाइन पेमेंट करना सिखाया, लेकिन जब इंटरनेट की सुविधा पर रोक है तो उसके कारण दिल्ली के कई इलाकों में लोगों को ऑनलाइन पेमेंट, कार्ड पेमेंट में असुविधा हो रही है.

दिल्ली के कई इलाकों में इंटरनेट की असुविधा के कारण हो रही परेशानी के ये कुछ ही उदाहरण हैं. जानकारी के मुताबिक, दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बैन होने के कारण करीब पांच करोड़ लोगों पर सीधा असर पड़ रहा है. इसके अलावा दिल्ली में हुड़दंग के बाद ही बीते दिन से कई जगह रूट भी बंद है, ऐसे में यात्रियों को भी काफी मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं.

क्यों बंद हुआ था इंटरनेट?

दरअसल, किसान आंदोलन से जुड़े संगठनों ने गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर मार्च निकालने की बात कही थी, लेकिन बीते दिन हुआ ये मार्च हुड़दंग में बदल गया. दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में हुई हिंसा के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कुछ हिस्सों में मोबाइल इंटरनेट को बंद कर दिया. दिल्ली में सिंघु बॉर्डर, नांगलोई, टिकरी, मुकरबा और आसपास के कुछ इलाकों में मोबाइल इंटरनेट की सुविधा को बंद कर दिया गया. ये बैन सिर्फ 24 घंटे के लिए लगाया गया है. 

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