ब्लड कैंसर होने की वजह से युवक ने खुद को कमरे में बंद करके लगा दिया फंदा

जालंधर। थाना डिवीजन एक के तहत गाजीगुल्ला में छत्तीस क्वार्टर में 25 साल के विनोद कुमार राम ने फंदा लगाकर जान दे दी। विनोद अपने मौसेरे भाई पवन कुमार के साथ रहता था। पवन का कहना है कि रविवार को विनोद काफी परेशान था। दोपहर को उसने अपने कमरे से उसे यह कहकर बाहर जाने को कहा कि उसे ब्लड कैंसर है। वह बार-बार कमरे में ना आए।

ब्लड कैंसर होने की वजह से युवक ने खुद को कमरे में बंद करके लगा दिया फंदाशाम को जब खाना बनाने की बारी आई तो पवन ने दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया। दरवाजा जब नहीं खुला तो उसने रोशनदान से झांका। देखा कि विनोद पंखे की रॉड पर रस्सी से फंदे से लटक रहा था। थाना एक की पुलिस ने शव को मोर्चरी में भेजकर उसके घरवालों को बिहार से बुलाया है।

एसएचओ रशमिंदर सिंह ने बताया कि विनोद बिहार के समस्तीपुर जिले के गांव मकसूजपुर का रहने वाला था। पिछले कई वर्षों से वह पवन के साथ एक कमरे में 36 क्वार्टर में रहकर शीतल फाइबर फैक्ट्री में कंबल के ताने बनाने वाली मशीन पर नाइट शिफ्ट में काम करता था। पत्नी 8 माह पहले घरवालों के पास गांव चली गई थी। पवन के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से विनोद काफी परेशान था तथा अकेला रहना पसंद करता था। रविवार दोपहर को विनोद कमरे में था तो उसने उसे दूसरे कमरे में जाने को कह दिया। कहा कि बार-बार कमरे में मत आओ। उसे ब्लड कैंसर है। बात करनी है किसी से जरूरी। इस पर वह दूसरे कमरे में जाकर सो गया।

जब शाम के छह बज गए और खाना बनाने का समय हो गया तो वह उठा और विनोद के कमरे का दरवाजा खटखटाया। कुंडी लगी होने से काफी देर प्रयास के बाद दरवाजा नहीं खुला। उसने कमरे के पीछे रोशनदान से झांका तो पाया कि विनोद ने फंदा लगा लिया है। लोगों को इकट्ठा कर दरवाजा तोड़ा और पुलिस को बुलाया। पुलिस ने कमरे में जांच पड़ताल की, लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं पाया। घरवालों को आने के बाद शव का पोस्टमार्टम कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

घरवालों के आने के बाद खुलेगा 30 मिस्ड काल का राज

पवन ने बताया कि दोपहर के वक्त किसी से विनोद फोन पर बातचीत कर रहा था। इसी वजह से उसने कमरे से बाहर जाने को कहा भी था। इधर मौत के बाद पुलिस ने फोन पर देखा कि किसी की 30 मिस्ड कॉल लगी हुई थी। स्मार्टफोन पर फिंगर प्रिंट लॉक होने के कारण फोन खोला नहीं जा सका। इससे फोन करने वाले का पता नहीं चल सका। पुलिस का कहना है कि इन कॉल्स का पता घरवालों के आने के बाद ही चल सकेगा।

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