न पर्ची काटी, न डॉक्टर ने किया इलाज, बच्ची की मौत, कंधे पर ले गए डेडबॉडी

फुलवारीशरीफ (बिहार).पटना एम्स में अपनी बेटी के इलाज के लिए आए दंपती का न पर्चा काटा गया, न ही किसी डॉक्टर ने इलाज किया। बच्ची की मौत हो गई। गरीबी की बजह से पिता एंबुलेंस की भी नहीं कर सका और पैदल ही बेटी के शव को लेकर वापस अपने गांव चल पड़ा।

न पर्ची काटी, न डॉक्टर ने किया इलाज, बच्ची की मौत, कंधे पर ले गए डेडबॉडी

ये है मामला…

जमुई से बेटी के इलाज के लिए मजदूर रामबालक अपनी पत्नी संजू के साथ बेटी रौशन को दिखाने के लिए पटना एम्स पहुंचा। ओपीडी में पर्चा कटवाने के समय न तो किसी गार्ड ने मदद की और न ही किसी अस्पतालकर्मी ने। जब रामबालक किसी तरह प्रक्रिया समझ कर पर्चा कटाने के लिए लाइन में खड़ा हुआ तो काउंटर पर बैठे कर्मियों ने कहा कि समय खत्म हो गया है।

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अब इलाज नहीं होगा। इस दौरान बच्ची की मौत हो गई। उसे पेट दर्द व बुखार था। वहीं एम्स के निदेशक डाॅ प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि जमुई से इलाज के लिए बच्ची आई थी, मगर उसका पुर्जा नहीं कटा था, न ही किसी डाॅक्टर ने देखा है। मैंने स्वयं ओपीडी में तैनात सभी डाॅक्टरों से पूछताछ की है।

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