यह शादी सभी रस्मों के साथ की गई। बारात लेकर गये सुखराम ने गांव के पंच-पटेलों की मौजूदगी में 30 वर्षीय रमेश के साथ सात फेरे लिए। खराम और उसकी पत्नी का कहना है कि उनकी संपत्ति का कोई वारिस हो इसलिए उसने विवाह किया है। सुखराम की शादी में उसकी बेटी, दामाद सहित अन्य परिजन भी शादी में शामिल हुए।