PM माेदी ने कहा- किसानों के हित में उठाए कदमों से कांग्रेस की नींद उड़ी

मलोट। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसानों के लिए उनकी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से कांग्रेस नेताओं की नींद उड़ गई है। लेकिन, सरकार इस दिशा में कार्य उठाती रहेगी। उन्‍होंने कहा, विरोधी झूठ फैलाकर मोदी के खिलाफ भड़काने में लगे हैं, परंतु मुझे इसकी चिंता नहीं है। उन्‍होंने किसानों को खेतों में पराली नहीं जलाने की अपील की। उन्‍होंने कहा कि इससे प्रदूषण के संग धरती की उपज की शक्ति को भी नुकसान हो रहा है।PM माेदी ने कहा- किसानों के हित में उठाए कदमों से कांग्रेस की नींद उड़ी

बोले- विरोधी लोगों को मोदी के खिलाफ भड़काने में लगे हैं, लेकिन मैं नहीं डरता

प्रधानमंत्री ने मालवा के मलोट की किसान कल्‍याण रैली में अपना भाषण पंजाबी में शुरू कर मौजूद लोगों का दिल जीत लिया। उन्‍हाेंने देश के लिए पंजाब के योगदान की सराहना की। उन्‍हाेंने कहा कि पंजाब के किसानों और लोगों ने भारत ही नहीं पूरी दुनिया में अपना लोगा मनवाया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि फसलोें के समर्थन मूल्‍य में वृद्धि से किसानों काे भारी फायदा होगा। प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान लोग मोदी-मोदी के नारे लगाते र‍हे।

लोग लगाते रहे मोदी-मोदी के नारे, प्रधानमंत्री ने किसानों के हित में लिए गए फैसलों की जानकारी दी

प्रधानमंत्री ने बीच-बीच में पंजाबी भाषा में लाेगों को संबोधित किया ताे लोगों ने खूब तालियां बजाईं। उन्‍होंने कहा कि सरकार ने किसानों को फसलों का समर्थन मूल्‍य लागत मूल्‍य का डेढ़ गुना से दोगुना तक कर दिया गया है। इससे पंजाब के संग-संग हरियाणा के किसानों को भी भारी लाभ हाेगा। उन्‍होंने कहा कि कपास के समर्थन मूल्‍य 5100 रुपये और धान का समर्थन मूल्‍य 1750‍ रुपये प्रति क्विंटल किया गया है। मक्‍का का समर्थन मूल्‍य ढ़ाई गुना, बाजरा और राई का समर्थन मूल्‍य काफी बढ़ाई गई।

किसानों से खेतों मे पराली न जलाने की अपील की

प्रधानमंत्री ने किसानों से अपील की कि वे खेतों में पराली न जलाएं और इसे खेतों में ही मिला दें। इससे खेतों की उर्वरता बढ़ेगी और खादों का खर्च बचेगा। उन्‍होंने कहा कि इसके लिए सरकार कदम उठा रही है और इसके लिए मशीन के लिए 50 फीसद सहायता दे रही है। उन्‍होंने कहा कि पराली जलाने से स्‍वास्‍थ्‍य को भी नुकसान हो रहा है। उन्‍होंने इस संदर्भ में पंजाब के मालवा क्षेत्र में फैले कैंसर रोग की भी चर्चा की।

उन्‍होंने कहा कि इसी को ध्‍यान मे रखकर बठिंडा में एम्‍स खोलने का निर्णय किया गया। प्रधानमंत्री ने कहा, मेरी पंजाब के मुख्‍यमंत्री से अपील है कि वह बठिंडा में एम्‍स से जुड़े कार्योें को जल्‍द और प्राथमिकता से कराएं ताकि इसे जल्‍द शुरू करवाया जा सके। प्रधानमंत्री ने इस दौरान पंजाब की कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्‍होंने कहा कि प्रकाश सिंह बादल के सत्‍ता से जाने के बाद बनी सरकार ने कुछ ही समय में पंजाब की हालत खराब कर दी है।

उन्‍‍होंने इज अाॅफ बिजनेस डूइंग पर विश्‍व बैंक की रिपोर्ट में हरियाणा के बेहतर रैंकिंग के लिए वहां के मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल और राज्‍य की जनता को बधाई दी। इसके साथ ही उन्‍होंने पंजाब की रैंकिंग काे लेकर राज्‍य की सरकार पर सवाल उठाए। उ‍न्‍होंने कहा कि पंजाब के लोग यहां की सरकार से पूछें कि उसकी रैंकिंग क्‍यों इस कदर खराब है और उसने इतने कम समय में ही राज्‍य की यह क्‍या हालत बना दी है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि किसानों के संग-संग इससे जुड़े अन्‍य लोगाें काे भी फायदा हाेगा। इस दौरान उन्‍होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्‍होंने कहा कि सरकार के इस कदम से कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के नेताओं की नींद उड़ गई है। कांग्रेस इसी पचा नहीं पा रही है। वह इस बारे में तरह-तरह की बात कर रही है। पहले भी किसान अपने कल्‍याण की बात उठाते रहे, अपनी समस्‍याओं को लेकर आंदोलन करते रहे। लेकिन, 70 साल तक इस ओर ध्‍यान नहीं दिया गया।

 उन्‍होंने कहा, किसानों के हितों में काम करते रहेंगे। हमने किसानों की हालत में सुधार के लिए अनेक कदम उठाए हैं। आगे भी उठाएते रहेंगे। किसानों को कभी यूरिया अौर अन्‍य खादों के लिए लाठियां खानी पड़ती थी। उनको खाद कालाबाजारी में खरीदनी पड़ती थी। हमने इस हालत को बदला और आज खाद के लिए उनको भटकना नहीं पड़ रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे कदम उठाए गए हैं कि खेती के संग-संग फसलों को बेचने के में भी किसानों को कोई दिक्‍कत न हो।

इससे पहले पंजाब के मालवा क्षेत्र के मलोट में किसान कल्‍याण रैली में शानदार स्‍वागत किया गया। किसानों ने प्रधानमंत्री के समर्थन में नारे लगाकर उनका स्‍वागत किया। प्रधानमंत्री रैली में किसानों के लिए बड़ी घोषणाएं कर सकते हैं। प्रकाश सिंह बादल ने मोदी को जादूगर और जननायक बताया। पांच किसानों ने ट्रेक्टर का मॉडल देकर प्रधानमंत्री का सम्मान किया। पांच किसानों ने  फसलों का न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य घोषित करने और समर्थन मूल्‍य बढ़ाने के लिए धन्यवाद दिया।

 बादल ने कहा- मोदी असली जननायक और दुनिया के सबसे सम्‍मानित नेता

रैली को पंजाब के पूर्व मुख्‍यमंत्री प्रकाश सिंह बादल अभी संबोधित कर रहे हैं। बादल ने प्रधानमंत्री को असली जननायक और दुनिया का सबसे सम्‍मानित नेता बताया। उन्‍होंने कहा कि अाज का दिन सबसे सुनहरा दिन है। आज यहां कई राज्‍यों के किसान मोदी साहब का धन्‍यवाद करने के लिए उप‍स्थित हुए हैं। हम राजनीतिक रैली करते हैं, लेकिन यह रैली ऐतिहा‍सिक है।

बादल ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व की जमकर तारीफ की। उन्‍होेंने कहा कि किसान निराशा में थे, डिप्रेशन में अपनी जान दे रहे थे। मोदी ने उनमें अाशा जगाई। उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने समर्थन मूल्‍य बढ़ा कर उनमें उत्‍साह और उम्‍मीद जताई। उन्‍होंने कहा कि मोदी ने चार साल के अपने करिश्‍माई शासन में देश का नाम ऊंचा किया है। देश काे उन्‍नति की जिस राह पर अग्रसर किया वह जादू है।

हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल संबोधित कर रहे हैं। उन्‍होंने हरियाणा में कृषि और किसानों की उन्‍नति के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी। उन्‍होंने फसलों का समर्थन मूल्‍य घोषित करने के लिए प्रधानमंत्री का धन्‍यवाद दिया। उन्‍होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जवानों और किसानों से किए वादे पूरे किए। उन्‍होंने जय जवान-जय किसान का नारा बुलंद किया। रैली में हरियाणा भाजपा के प्रधान सुभाष बराला भी माैजूद हैं। अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने प्रधानमंत्री का स्‍वागत करते हुए फसलों का समर्थन मूल्‍य बढ़ाने के लिए उनका किसानों की आेर से धन्‍यवार दिया। उन्‍होंने कहा कि इससे किसानों की किस्‍मत चमकेगी।

पांच किसानों ने फसलों का न्‍यूनतम समर्थन मूल्‍य घोषित करने के लिए पीएम को दिया धन्यवाद

रैली में पहुंचने पर प्रकाश सिंह बादल और हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल ने प्रधानमंत्री का स्‍वागत किया। रैली में पहुंचने पर प्रधानमंत्री मोदी ने बादल और मनोहरलाल के साथ हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन स्‍वीकार किया।  मनोहरलाल ने मोदी को पंजाब की शान पगड़ी भेंट की। बादल ने प्रधानमंत्री को कृपाण भेंट की।

प्रधानमंत्री मोदी को मनोहरलाल ने पगड़ी और प्रकाश सिंह बादल ने कृपाण भेंट की

पूरे पंडाल में लाेग भरे हुए हैं। रैली में पहुंचे लोग प्रधानमंत्री का भाषण सुनने को बेहद उत्‍साहित हैं। मंच पर पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, सुखबीर सिंह बादल और श्‍वेत मलिक मौजूद हैं। रैली में प्रधानमंत्री के साथ हरियाणा के मुख्‍यमंत्री मनोहरलाल भी रैली में पहुंचे हैं।

रैली के मंच पर शिअद नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा, सिकंदर सिंह मलूका, सुखदेव सिंह ढींडसा,बलविंदर सिंह भूंदड़ भी मौजूद हैं। पूरे क्षेत्र में भारी सुरक्षा है और अभी भी लोगों का आना जारी है। रैली में काफी संख्‍या में राजस्‍थान और हरियाणा से भी लोग पहुंचे हैं। भारी संख्‍या में लोगों के वाहनों में पहुंचने से सड़कों पर जाम लग गया है। मंच पर शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल और भाजपा के पंजाब प्रधान श्‍वेत मलिक सबसे पहले पहुंचे।

रैली के मंच पर कुल 18 कुर्सियां लगाई गई हैं। नौ आगे और नौ पीछे। मंच को सुंदर तरीके से सजाया गया है। प्रधानमंत्री यहां से 2019 के चुनाव के लिए बिगुल फूकेंगे और रैली के माध्‍यम से किसानों से संवाद करेंगे।  यूं तो रैली पंजाब में हाे रही है, लेकिन मलोट के हरियाणा अौर राजस्‍थान की सीमा से सटे होने के कारण भारी संख्‍या में इन दाेनों राज्‍यों के लोगों के भी रैली में पहुंचे हैं।

मलोट की यह किसान कल्याण रैली इस बात की सूचक है कि 2019 के चुनाव किसानों की भूमिका महत्‍वपूर्ण रहेगी। धान के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में दो सौ रुपये की वृद्धि करने के बाद प्रधानमंत्री ने किसानों से संवाद करने के लिए देश के अन्नदाता कहलाने वाले पंजाब को चुना। प्रदेश में दोआबा व माझा क्षेत्र की तुलना में मालवा किसानों का गढ़ है और इसी वजह से मलोट में रैली का आयोजन किया गया।

किसान कल्याण रैली के जरिये किसानों में पैठ गहरी करने की कोशिश

महत्वपूर्ण यह है कि प्रधानमंत्री की रैली पंजाब के सबसे बड़े जट्ट लैंड मालवा में रखी गई। भले ही भाजपा का मुख्य आधार दोआबा और माझा रहा हो लेकिन वह राजग के सबसे पुरानी सहयोगी अकाली दल को मजबूत करके यह संदेश देने की कोशिश करेगी कि भाजपा अपने साझेदार पार्टी के साथ पूरा सहयोग करती है।2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव के बाद यह पहला मौका होगा जब पांच बार मुख्यमंत्री रह चुके बादल किसी रैली में दिखाई पड़े।

धान के एमएसपी में 200 रुपये की वृद्धि के बाद पहली बार किसानों से सीधे संवाद करेंगे प्रधानमंत्री

इस रैली के राजनीतिक रूप से दूरगामी परिणाम निकल सकते हैैं। 2018-19 के आम बजट में किसानों को सर्वोच्च मानने के बाद राजग सरकार ने एमएसपी में भारी वृद्धि करके 2019 की नींव रखने की कोशिश की है। रैली में भले ही हरियाणा व राजस्थान के किसान पहुंचेंगे, लेकिन भाजपा और अकाली दल ने अपने दम पर सर्वाधिक भीड़ जुटाने का दावा किया है।

अहम घोषणा कर सकते हैैं पीएम

माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री  रैली में किसानों के लिए कोई बड़ी घोषणा भी कर सकते हैं। कांग्रेस की दुखती रग ड्रग्स का मुद्दा भी उठा सकते हैैं। ड्रग्स को लेकर पंजाब सरकार सबसे बुरे दौर से गुजर रही है। ऐसे में अगर प्रधानमंत्री किसान कल्याण रैली के मंच से ड्रग्स का मुद्दा उठाएंगे तो इसके कई राजनीतिक अर्थ निकल सकते हैं।

Back to top button