ये बच्ची चार साल की राबिया लड़ रही जिंदगी की जंग, हुई है PAK सेना के मोर्टार से जख्मी

आतंकवाद का पनाहगाह पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. वह सीमा पर लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है. अब वह न सिर्फ भारतीय सेना की चौकियों को, बल्कि सीमा पर पहने वाले मासूम बच्चों और महिलाओं को भी निशाना बना रहा है. पाकिस्तान सेना जम्मू के पुंछ सेक्टर में रिहायशी इलाकों में गोले और मोर्टार दाग रही है. पाकिस्तानी सेना की ओर से दागे जाने वाले मोर्टार से कई मासूम बच्चों की मौतें हो रही, तो कई जख्मी हो रहे हैं.

ये बच्ची चार साल की राबिया लड़ रही जिंदगी की जंग, हुई है PAK सेना के मोर्टार से जख्मी

जम्मू के पुंछ के सीमावर्ती दिगवार गांव की चार वर्षीय राबिया कौसर पिछले दो सप्ताह से अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है. पाकिस्तानी सेना की ओर से दागे गए मोर्टार में जख्मी हुई यह मासूम बच्ची जम्मू के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के सर्जरी वार्ड-चार में भर्ती है. राबिया कौसर और उसकी चार बहने और मां घर में सो रहे थे, तभी पाकिस्तानी सेना की ओर से दागा गया मोर्टार शैल उनके घर में आ गिरा.

राबिया की मौसी रवीना कौसर ने बताया कि मोर्टार शैल के स्प्लिंटरों की वजह से राबिया, उसकी बड़ी बहन और मां गंभीर रूप में जख्मी हो गए थे. राबिया की बड़ी बहन यास्मीन कौसर हॉस्पिटल में दम तोड़ चुकीहै. उसकी मां और दूसरी बहनों का पूँछ हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. राबिया के intestine  फट गए है और सीने में भी स्प्लिंटर आये है. जम्मू मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के डॉक्टरों का कहना है कि राबिया को जब यहां लाया गया था, उस समय उसके बचने की कोई उम्मीद नहीं थी, लेकिन ऑपरेशन करके उसको बचा लिया गया है. अब उसका वार्ड नंबर चार में इलाज चल रहा है. 

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अस्पताल के सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ नसीब डिगरा ने बताया कि राबिया की  intestine  फैट गयी है और उसमे इन्फेक्शन हो गया है. फिलहाल बड़ी intestine  को बाहर निकाला गया है और छह सप्ताह के बाद उसे फिर से अन्दर पेट में दाल दिया जायेगा. सेना और सुरक्षा एजेंसी का मानना है की पाकिस्तानी फौज जानबूझ कर बच्चों और महिलाओं को मोर्टार शैल से टारगेट कर रही है, ताकि सीमा पर रहने वाले लोगों में दहशत पैदा की जा सके.

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