मुख्यमंत्री शिवराज के बेटे ने राजनीति में रखा कदम, वंशवाद पर साधा निशाना

मध्य प्रदेश के चुनावी समर में अब नेताओं के बेटे भी कूद आए हैं. कांग्रेस नेता और सीएम चेहरे के सबसे प्रबल दावेदार कहे जाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे के बाद अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के पुत्र ने भी मंच संभाल लिया है. सोमवार को शिवराज के बेटे कार्तिकेय चौहान ने एक सभा को संबोधित किया.मुख्यमंत्री शिवराज के बेटे ने राजनीति में रखा कदम, वंशवाद पर साधा निशाना

सीहोर में आयोजित युवा मोर्चा के संकल्प अभियान को संबोधित करते हुए 25 साल के कार्तिकेय कांग्रेस नेताओं पर जमकर बरसे और अपने पिता के कामकाज की जमकर तारीफ की. उन्होंने सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का बखान करते हुए युवा कार्यकर्ताओं से घर-घर तक उनकी जानकारी पहुंचाने और लाभ दिलाने का आह्वान किया. युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने रैली निकालकर लोगों तक अपनी बात भी पहुंचाई.

तीन बार से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के बेटे कार्तिकेय ने राजवंश में पैदा हुए नेताओं की भी आलोचना की. कार्तिकेय ने कहा कि पांच साल तक गायब रहने वाले नेता चुनाव के समय अचानक मेंढक की तरह बाहर आते हैं. उन्होंने कहा कि चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए नेता जमीनी हकीकत से वाकिफ नहीं है. कार्तिकेय ने भरोसा जताया कि चौथी बार भी राज्य में युवा कार्यकर्ताओं के सहयोग से सरकार बनाई जाएगी.

बता दें कि कार्तिकेय शिवराज सिंह चौहान के बड़े बेटे हैं. उन्होंने इसी साल जनवरी में शिवपुरी में एक रैली को संबोधित किया था, जो उनकी पहली जनसभा थी. हालांकि, उनके चुनाव लड़ने पर अभी तस्वीर साफ नहीं है. एमपी में इसी साल के अंत में चुनाव होने हैं.

सिंधिया के बेटे भी मैदान में

कार्तिकेय से पहले इसी महीने कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्यमन को भी एक सार्वजनिक कार्यक्रम में देखा गया था. विदेश में पढ़ रहे महाआर्यमन ने युवा संवाद कार्यक्रम में बीजेपी की जमकर आलोचना की थी. उन्होंने कहा था कि लोग झूठ बोलने की राजनीति कर रहे हैं और हम इस बार प्रदेश में राजनीति का चेहरा बदलने आए हैं.

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