बुध देव को इस तरह करें प्रसन्न, सभी कामों में प्राप्त होगी सफलता!

भगवान गणेश को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है। धार्मिक मान्यता है कि भगवान गणेश की उपासना करने से जातक के सभी विघ्न खत्म हो जाते हैं। बुधवार के दिन बुध देव की पूजा-अर्चना करने का विधान है। बुध को वाणी, संचार और कारोबार का कारक ग्रह माना गया है। अगर आप जीवन में आर्थिक समस्या का सामना कर रहे हैं, तो बुधवार के दिन बुध स्तोत्र का पाठ करें। मान्यता है कि इससे बुध ग्रह मजबूत होता है और जातक को मनचाहा करियर मिलता है। साथ ही आय और सौभाग्य में वृद्धि होती है। आइए पढ़ते हैं बुध स्तोत्र।

बुध ग्रह को प्रसन्न करने के लिए करें ये उपाय

बुधवार के दिन हरे रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए।

इस दिन श्रीहरि की उपासना करने से बुध ग्रह प्रसन्न होते हैं।

बुधवार के दिन भगवान बुध देव की पूजा-अर्चना करनी चाहिए।

पूजा के दौरान श्री विष्णुसहस्रनाम स्तोत्र का जप भी करना भी फलदायी साबित होता है।

बुध स्तोत्र –

पीताम्बर: पीतवपु किरीटी, चतुर्भुजो देवदु:खापहर्ता ।

धर्मस्य धृक सोमसुत: सदा मे, सिंहाधिरुढ़ो वरदो बुधश्च ।।1।।

प्रियंगुकनकश्यामं रूपेणाप्रतिमं बुधम ।

सौम्यं सौम्यगुणोपेतं नमामि शशिनन्दनम ।।2।।

सोमसुनुर्बुधश्चैव सौम्य: सौम्यगुणान्वित: ।

सदा शान्त: सदा क्षेमो नमामि शशिनन्दनम ।।3।।

उत्पातरूपी जगतां चन्द्रपुत्रो महाद्युति: ।

सूर्यप्रियकरोविद्वान पीडां हरतु मे बुधं ।।4।।

शिरीषपुष्पसंकाशं कपिलीशो युवा पुन: ।

सोमपुत्रो बुधश्चैव सदा शान्तिं प्रयच्छतु ।।5।।

श्याम: शिरालश्चकलाविधिज्ञ:, कौतूहली कोमलवाग्विलासी ।

रजोधिको मध्यमरूपधृक स्या-दाताम्रनेत्रो द्विजराजपुत्र: ।।6।।

अहो चन्द्रासुत श्रीमन मागधर्मासमुदभव: ।

अत्रिगोत्रश्चतुर्बाहु: खड्गखेटकधारक: ।।7।।

गदाधरो नृसिंहस्थ: स्वर्णनाभसमन्वित: ।

यदि विवाह में किसी बाधा का सामना कर रहे हैं, तो बुधवार की पूजा के दौरान भगवान गणेश को पूजा करें। साथ ही उन्हें गुड़ से मिश्रित मालपुएं का भोग लगाएं। माना जाता है कि इस उपाय को करने से विवाह संबंधी समस्या दूर हो जाती है।

केतकीद्रुमपत्राभ: इन्द्रविष्णुप्रपूजित: ।।8।।

ज्ञेयो बुध: पण्डितश्च रोहिणेयश्च सोमज: ।

कुमारो राजपुत्रश्च शैशवे शशिनन्दन: ।।9।।

गुरुपुत्रश्च तारेयो विबुधो बोधनस्तथा ।

सौम्य: सौम्यगुणोपेतो रत्नदानफलप्रद: ।।10।।

एतानि बुधनामानि प्रात: काले पठेन्नर: ।

बुद्धिर्विवृद्धितां याति बुधपीडा न जायते ।।11।।

।। इति मंत्रमहार्णवे बुधस्तोत्रम ।।

भगवान गणेश मंत्र (Lord Ganesh Mantra)

गणेश गायत्री मंत्र

ॐ एकदंताय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥

ॐ महाकर्णाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥

ॐ गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात् ॥

शुभ लाभ गणेश मंत्र

ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये वर्वर्द सर्वजन्म में वषमान्य नम:।।

सिद्धि प्राप्ति हेतु मंत्र

श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा ॥

धन लाभ हेतु मंत्र

ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा।

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