BJP ने सांपला का टिकट काटकर सोमप्रकाश को चुनाव मैदान में उतारा, चंडीगढ़ में किरण का टिकट बरकरार

भारतीय जनता पार्टी ने आखिरकार लंबे इंतजार के बाद गुरदासपुर, होशियारपुर व चंडीगढ़ से पार्टी प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने गुरदासपुर में सन्नी देओल को प्रत्याशी बनाया है, जबकि चंडीगढ़ में पार्टी ने पुराने चेहरे किरण खेर पर विश्वास जताते हुए उनका टिकट बरकरार रखा है। होशियारपुर में पार्टी ने विजय सांपला का टिकट काटकर सोमप्रकाश को चुनाव मैदान में उतारा है।

चंडीगढ़ में सांसद किरण खेर एक बार फिर से भाजपा टिकट लेने में कामयाब हो गई है। टिकट लेने में पूर्व सांसद सत्यपाल जैन ने भी उनका सहयोग दिया है। खेर को टिकट मिलने से भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन को करारा झटका लगा है। संजय टंडन लगातार दूसरी बार उम्मीदवार न बनने में असफल रहे हैं, जबकि टिकट लेने के लिए सांसद किरण खेर और संजय टंडन के बीच कई माह से जोर अजमाइश चल रही थी। लेकिन, खेर ने टिकट लेकर अपना दम दिखा दिया।

टिकट में देरी होने पर यह माना जा रहा था कि इस बार खेर की टिकट कट रही है लेकिन पति अनुपम खेर के हस्तक्षेप के बाद उन्हें फिर से टिकट मिल गया है।अनुपम खेर दो दिन पहले ही अमेरिका से वापस लौटे हैं।सूत्रों का कहना है कि पत्नी किरण खेर के टिकट के लिए अनुपम खेर ने पीएम मोदी और अमित शाह से बात की है। किरन को टिकट मिलने से टंडन गुट में मायूसी छा गई है। 

दोपहर को ही शहर में यह बात फैल गई थी कि किरन खेर को उम्मीदवार बना दिया गया है। इसकी सूचना किरन खेर को भी दे दी गई थी, जिसके बाद खेर ने प्रचार का मोर्चा संभाला और अपने नेताओं और पार्षदों के साथ बैठक की। इसके बाद किरन खेर ने सेक्टर-45 और मनीमाजरा में कार्यक्रम किया , जबकि अभी तक खेर प्रचार के नाम पर सिर्फ धार्मिक कार्यक्रमों में जा रही थी।

सांपला का टिकट काट सोमप्रकाश पर भरोसा

वहीं, होशियारपुर से भाजपा हाईकमान की ओर से लंबे समय तक किए गए टिकट के मंथन में केंद्रीय राज्य मंत्री विजय सांपला पर भरोसा न जताते हुए फगवाड़ा से विधायक सोमप्रकाश को चुनाव मैदान में उतारा है। सोमप्रकाश को चुनावी लंगोट पहनाते ही पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद गुट ने भी चुनावी कमर कस ली है। हालांकि सोमप्रकाश को चुनाव मैदान में उतारने से सांपला गुट मायूसी में डूब गया है। इसे सोमप्रकाश को टिकट मिलने के बाद भाजपाइयों द्वारा किए गए जश्न में भी देखने को मिला। जश्न के माहौल में तीक्ष्ण सूद गुट के समर्थक थे, जबकि सांपला गुट ने दूरी बनाकर रखी।

बता दें सोम प्रकाश ने सन् 2009 का लोकसभा चुनाव भाजपा के टिकट पर यहां से लड़ा था। राजनीति में नए खिलाड़ी होने के बावजूद सोमप्रकाश ने उस दौरान कांग्रेस की धुरंधर उम्मीदवार संतोष चौधरी को कड़ी टक्कर दी थी। बहुत ही करीबी मुकाबले में महज 366 मतों से हार गए थे। हार के बावजूद भाजपा में सक्रिय राजनीति करते रहे। सोम प्रकाश  को हाईकमान ने सन 2012 और सन 2017 का विधानसभा चुनाव फगवाड़ा से लड़ाया और वह दोनों चुनाव जीते।

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