बिहार: इमामगंज उपचुनाव में त्रिकोणीय संघर्ष तय; एनडीए, महागठबंधन और जनसुराज ने झोंकी ताकत
लोकसभा चुनाव के ठीक बाद हो रहे इमामगंज विधानसभा उपचुनाव में त्रिकोणीय मुकाबले के आसार बन रहे हैं। लाल इलाके से चिन्हित इमामगंज विधानसभा में चुनावी धारा मचलने लगी है। एनडीए, महागठबंधन और जन सुराज पार्टी के नेताओं के दौरे से कार्यकर्ताओं के साथ-साथ मतदाताओं में भी उत्सुकता बढ़ने लगी है। हालांकि आज शाम पांच बजे चुनाव प्रचार थम जाएगा। नक्सलियों के लालगढ़ के नाम से प्रचलित इमामगंज विधानसभा के पूरे इलाके में शांति बहाल हुई है। पहले दिन के उजाले में भी इमामगंज विधानसभा क्षेत्रों में जाने से लोग कतराते थे। लेकिन, केन्द्र और बिहार सरकार की शक्ति के बाद इन इलाकों में शांति बहाल हुई हैं। इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में केवल शांति बहाल नहीं हुई। बल्कि तेजी से गांव टोला का सड़कों का निर्माण, बिजली पानी समेत बुनियादी सुविधाएं भी पटरी पर लौट आई हैं। इमामगंज में चुनाव प्रचार जोरों पर है। आज यहां चुनाव प्रचार का शोर थम जाएगा और 13 नवंबर को मतदान होगा। फिलहाल जनता ने अभी अपनी चुप्पी थोड़ी नहीं है। इसके कारण उम्मीदवारों के पसीने छूट रहे हैं।
त्रिकोणीय मुकाबला तय
इमामगंज विधानसभा से जीतन राम मांझी विधायक रहे है। गया संसदीय सीट से जीतन राम मांझी चुनाव जीत कर केंद्रीय मंत्री बन चुके हैं। उनकी खाली सीट पर उपचुनाव हो रहा है। इस बार हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सेकुलर के केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की बहू और बिहार सरकार के मंत्री संतोष कुमार सुमन की पत्नी दीपा मांझी और राजद से रौशन कुमार उर्फ रौशन मांझी के बीच सीधी टक्कर बनी हुई थी। लेकिन जन सुराज पार्टी के सुत्रधार प्रशांत किशोर ने जितेंद्र पासवान को प्रत्याशी बनाया है। प्रशांत किशोर के द्वारा लगातार दौरे से इमामगंज विधानसभा सीट पर त्रिकोणीय संघर्ष तय हो गया है।इनके अलावा भी कई उम्मीदवार चुनाव मैदान में है। राजद प्रत्याशी रौशन मांझी गया जिला पार्षद के उपाध्यक्ष और कुछ माह के लिए चेयरमैन भी रह चुके हैं।
यह हैं चुनावी मुद्दे
इमामगंज विधानसभा के उपचुनाव में कई चुनावी मुद्दे बन गए हैं। सभी पार्टियों के नेता मतदाताओं को रिझाने के लिए वादे पर वादे कर रहे हैं। लेकिन, इमामगंज की जनता की बार-बार कुछ अलग ही मांग रहा है। इस बार चुनावी मुद्दे यह बना हुआ है। गया-इमामगंज- डालटेनगंज रेलवे लाइन का शीघ्र हो निर्माण, इमामगंज को जिला बनाने की मांग, डिग्री कॉलेज की स्थापना, पॉलिटेक्निक कॉलेज की स्थापना, सड़क, पुल-पुलिया के साथ-साथ डुमरिया प्रखंड के छकरबंधा में मोबाइल टावर निर्माण की मांग मुख्य रूप से है।
13 नवंबर को मतदान
आज शाम पांच बजे उपचुनाव का प्रचार थम जाएगा। इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की सुविधाओं को देखते हुए 284 भवन में कुल 344 बूथ केंद्र बनाया गया है। वहीं इमामगंज विधानसभा में तीन लाख 15 हजार 161 मतदाताओं की संख्या है। जिसमें पुरुष 1 लाख 63 हजार 710 और महिला मतदाताओं की संख्या एक लाख 51 हजार 442 है। जो 13 नवंबर को उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।