Bhaiyyu Maharaj Suicide Case : युवती समेत दो सेवादार की गिरफ्तारी के बाद हुए कई खुलासे

इंदौर। भय्यूजी महाराज आत्महत्या मामले में पुलिस ने पलक पुराणिक नामक युवती, प्रमुख सेवादार विनायक दुधाले, शरद देशमुख को गिरफ्तार कर लिया। पलक ने प्रेम संबंध बनाकर महाराज से लाखों रुपये ऐंठने की बाद शादी का दबाव बना रही थी। पुलिस ने तीनों आरोपितों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
एएसपी प्रशांत चौबे ने बताया कि भय्यू महाराज ने पिछले वर्ष 12 जून को घर में लाइसेंसी रिवॉल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। महाराज की दूसरी पत्नी आयुषी ने आरोप लगाया कि पति को फूटी कोठी निवासी पलक पुराणिक और सेवादार विनायक दुधाले, शरद देशमुख ब्लैकमेल कर रहे थे। महाराज ने उनसे परेशान होकर आत्महत्या की थी।
Bhaiyyu Maharaj Suicide Case : पलक भय्यू महाराज की केयर टेकर थी
भय्यू महाराज की पहली पत्नी माधवी की मौत के बाद पलक पुराणिक की एंट्री केयर टेकर के तौर पर हुई थी। कुछ ही समय बाद पलक महाराज के अकेलेपन का फायदा उठाते हुए उनसे प्रेम संबंध बना लिए। फिर पलक उनके बेडरूम में ही रहने लगी। महाराज की अलमारी में ही कपड़े रखती थी। वह महाराज से शादी करने की प्रबल इक्षा रखने लगी थी। उसने महाराज के साथ कई अश्लील वीडियो भी बना लिए थे। पलक महाराज से हो रही सभी बातों को रेकॉर्ड करती थी व वॉट्सएप पर अश्लील चैटिंग कर रिकॉर्ड सेव कर लेती थी।

इस बीच महाराज को शिवपुरी की रहने वाली आयुषी से प्रेम हो गया और 17 अप्रैल 2017 को उन दोनों ने शादी कर ली। पलक को जैसे ही उनकी शादी कि भनक लगी तो उसने शादी समारोह में जाकर खूब बवाल काटा और उसने शादी का दबाव बनाया। महाराज के इन्कार करने पर उसने कहा था कि ‘तुम्हारे पास एक वर्ष का समय है।’
पालक ने महाराज को धमकाते हुए इस दौरान बहन की शादी व कपड़े, ज्वेलरी, मोबाइल के नाम पर करीब 25 लाख रुपये ऐंठ लिए। पलक के दिए गए अल्टीमेटम का जून में समय समाप्त हो रहा था। उसने कहा कि 16 जून को उससे शादी करें, वरना शनि उपासक महाराज जैसा हाल कर दिया जाएगा।
विनायक और शरद के उकसाने पर काम करती थी पलक
एएसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि ब्लैकमेलिंग का षड्यंत्र सेवादार विनायक और शरद ने रचा था। दोनों ही पलक को उकसाते थे। महाराज ने कई बार पलक से पीछा छुड़ाने की कोशिश भी की। वे मोबाइल नंबर बदलकर कमरे में छिप जाते थे। विनायक मौका देखकर पलक को कॉल कर देता था। महाराज से कहता था कि वह दुष्कर्म का केस दर्ज करवाने की धमकी दे रही है। महाराज घबराकर पलक से बात करते थे। विनायक मुंह बंद करने के नाम पर लाखों रपये महीने लेकर जाता था। जांच में यह भी सामने आया कि महाराज को कई बीमारियां थीं। विनायक और पलक उन्हें दवाइयां देते थे। विनायक उन्हें शारीरिक रूप से कमजोर करने की गोलियां खिला देता था।

Bhaiyyu Maharaj Suicide Case : महाराज-पलक की वाट्सएप पर मिली अश्लील चैटिंग
जून 2017 में जब महाराज आयुषी से शादी कर रहे थे, तब विनायक और शरद ने कॉल कर पलक को सिल्वर स्प्रिंग स्थित घर बुला लिया। पलक महाराज के बेडरूम में घुस गई और कहा कि उसे शादी करना है। महाराज की बहन रेणु और अनुराधा ने उसे धक्के देकर निकाल दिया। पुलिस ने यह वीडियो घर से बरामद कर लिया। उधर, पलक व महाराज के मोबाइल का डेटा रिकवर करवाया तो, दोनों की अश्लील चैटिंग और विनायक से बातचीत भी मिल गई। पलक ने कई बार विनायक से साजिश सफल होने के बारे में पूछा था। विनायक उसे आश्वासन देता था।
महाराज की मौत के बाद विनायक करोड़ों रुपये लेकर भागा
भय्यूजी महाराज आत्महत्या केस की सबसे पहले जांच तत्कालीन खजराना सीएसपी मनोज रत्नाकर ने की थी। रत्नाकर ने पत्नी आयुषी और बेटी कुहू के विवाद में आत्महत्या करना बताया और जांच बंद कर दी। अचानक महाराज का पूर्व ड्राइवर कैलाश पाटिल उर्फ भाऊ महाराज के वकील राजा उर्फ निवेश बड़जात्या से पांच करोड़ रुपये मांगने के आरोप में पकड़ा गया। भाऊ ने पूछताछ में कहा कि महाराज के करोड़ो रुपये विनायक के पास है। महाराज ने पलक, विनायक और शरद के दबाव में ही आत्महत्या की है। इस खुलासे के बाद आयुषी और कुहू ने डीआईजी को गोपनीय शिकायत कर जांच की मांग की। आजाद नगर सीएसपी अगम जैन ने सेवादार, ड्राइवर, दोस्त, ट्रस्टी सहित करीब 30 लोगों से पूछताछ की और रिपोर्ट डीआईजी को सौंप दी।

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