जेठ मास का पहला बड़ा मंगल आज है। बजरंगी की कृपा दिलाने वाला यह पावन पर्व इस बार जेठ के महीने में 21 मई यानी आज और दूसरा 28 मई को, तीसरा 4 जून और चौथा 11 जून को पड़ेगा। आज पहला बड़ा मंगल सर्वार्थ सिद्धियोग में रहने के कारण हनुमत भक्त अत्यंत शुभ योग में शिवजी के 11वें रूद्रावतार यानी श्री बजरंगबली की साधना-आराधना कर आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। बड़ा मंगल पर किस पूजन विधि से शीघ्र प्रसन्न होंगे इसे जानने के लिए आगे की स्लाइड क्लिक करें —
बड़ा मंगल के दिन सात चिरंजीवियों में से एक श्री हनुमान जी की विशेष रूप से साधना-आराधना की जाती है। विदित हो कि भगवान श्री हनुमान उन सात पवित्र देवताओं में से एक हैं जो सशरीर युगों-युगों से इस पृथ्वी पर मौजूद हैं। ऐसे में बजरंगी के इस पावन पर्व पर उनकी विधि-विधान से पूजा करने पर सुख-समृद्धि और आशीर्वाद प्राप्त होता हैं।
कार्यों में सिद्धि और मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए श्री हनुमान जी की पूजा अति फलदायी है। हनुमानजी को प्रसाद में बूंदी के लड्डू बहुत प्रिय होता है, इसलिए दिन अपनी क्षमता के अनुसार प्रसाद में इसे जरूर चढ़ाएं, लेकिन ध्यान रहे कि हनुमान जी की उपासना में चरणामृत का प्रयोग नहीं किया जाता।
हनुमानजी की पूजा करते समय ब्रह्राचर्य का पूरा पालन करें। भूलकर भी हनुमान जी की उपासना करते समय किसी भी प्रकार की कामुक चर्चा नहीं करनी चाहिए।
हनुमानजी की उपासना में लाल रंग के फूल, शुद्ध देसी घी या तिल के तेल का प्रयोग करना चाहिए।
हनुमानजी की मूर्ति को घर में ऐसे रखना चाहिए कि उनकी दृष्टि दक्षिण दिशा की तरफ हो।
हनुमानजी की पूजा से पहले उनके आराध्य प्रभु श्री राम का अवश्य ध्यान करें। उनके मंत्र का जाप करें।
हनुमान जी की उपासना में तुलसीदल जरूर अर्पित करना चाहिए।