तीन तलाक अध्यादेश को आजम खां ने बताया भाजपा का चुनावी मुद्दा

अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे आजम खां ने तीन तलाक अध्यादेश को भाजपा का चुनावी मुद्दा बताया है। समाजवादी पार्टी के फायरब्रांड नेता आजम खां ने कहा कि इस मामले में जो इस्लामिक शरह के एतबार से जायज है, वही सही है।

आजम खां तीन तलाक अध्यादेश पर कहा कि कानून बने या न बने अल्लाह के कानून से बड़ा कोई कानून नहीं है। केंद्र सरकार के तीन तलाक अध्यादेश को मंजूरी देने पर समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खां ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश में लोकसभा के चुनाव बेहद करीब हैं। यह तो भाजपा का चुनावी मुद्दा है। वह तो तलाक के मामले अल्लाह के कानून को ही मानेंगे। अध्यादेश कुरान और शरह की रोशनी में है तो कोई ऐतराज नहीं है।

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां ने कहा कि हम सिर्फ अल्लाह के कानून को ही मानते हैं और अल्लाह के कानून से बड़ा कोई कानून नहीं है। अध्यादेश की कापी हमारे पास नहीं है। अगर शरीयत और कुरान की रोशनी में अध्यादेश बना है तो ठीक है। आजम खां ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने देश की जनता को गुमराह किया है। अब आरएसएस कह रहा है कि मुसलमानों के बिना हिन्दुत्व नहीं है, जबकि मुसलमानों को गोरक्षा के नाम पर सड़कों पर मारा जा रहा है। उनमें दहशत फैलाई जा रही है। उनकी हत्या करने और प्रताडि़त करने से हिन्दुत्व मजबूत होगा। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के ‘मुसलमानों के बिना हिंदुत्व नहींÓ बयान पर पलटवार करते हुए आजम खां ने कहा कि आरएसएस हिंदुत्व का मतलब मुसलमानों पर जुल्म करने को मानती है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को गुजरात दंगों की तरह प्रताडि़त करना, मुसलमानों को अपमानजनक जीवन व्यतीत करने के लिए मजबूर करना, अगर इसके लिए आरएसएस हिंदुत्व के मंसूबे को पूरा करती है तो अमानवीय है और धर्म को बदनाम करना है। आजम खां ने कहा कि लगता तो ऐसा ही है कि गुजरात, हापुड़, अलीगढ़ में मारे गए मुसलमानों से हिंदुत्व मजबूत होगा।

तीन तलाक पर अध्यादेश पर आजम खां ने कहा कि भाजपा को मुस्लिम महिलाओं की कोई चिंता नहीं है, सिर्फ चुनावी मुद्दा है। अगर मुसलमानों की इतनी हमदर्द है तो रोजगार भी मुहैया कराएं। मुसलमान भाजपा की चालों को अच्छी तरह समझ रहा है। तीन तलाक पर अध्यादेश के नाम पर गुमराह करने की कोशिश की जा रही है। भाजपा मुसलमानों की हमदर्द नहीं, बल्कि उनकी दुश्मन है। अध्यादेश के नाम पर नौटंकी कर रही है।

उन्होंने कहा कि रामपुर शहर में दो दिन पहले ही मुसलमान इलाकों में बिजली चेकिंग के नाम पर गरीब महिलाओं से अभद्रता की गई, जबकि सिविल लाइंस और ज्वालानगर की बड़ी-बड़ी कोठियों में बिजली चेकिंग नहीं की जा रही हैं, जहां पर बिना मीटर के ही एक-एक कोठी में कई-कई एसी चल रहे हैं। योगी आदित्यनाथ जी अगर उद्योगपतियों के यहां छापे पड़ेंगे तो घाटा पूरा हो जाएगा और वहां बहुत कुछ मिलेगा।

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