‘मैं उस इंसान से शादी करने जा रही हूं जिससे कभी मिली ही नहीं, और जिसको मैंने कभी देखा नही’

भारतीय समाज में अरेंज मैरिज का अभी भी बहुत चलन है. आज भी देश की अधिकतर लड़कियों की शादी का फैसला माता-पिता या परिवार वाले करते हैं. ऐसे में कई बार  ऐसे मौके आते हैं जब लड़की की शादी किसी ऐसे शख्स के साथ तय कर दी जाती है जिससे वो कभी मिली ही नहीं. ये कहानी भी कुछ ऐसी ही है.

'मैं उस इंसान से शादी करने जा रही हूं जिससे कभी मिली ही नहीं, और जिसको मैंने कभी देखा नही'‘ मैं मेट्रो सिटी में रहने वाली 28 साल की एक लड़की हूं. मेरे घर वालों ने मेरी शादी कनाडा में रहने वाले एक लड़के के साथ तय कर दी है. लेकिन मैं उससे कभी मिली नहीं.  हालांकि पिछले 5 महीनों से हम एक दूसरे से ऑनलाइन चैटिंग और वीडियो कॉलिंग कर रहे हैं. मुझे लड़का अच्छा लग रहा है और उसके साथ जीवन व्यतीत करने का फैसला फिलहाल सही लग रहा है.’

‘लेकिन इसके बावजूद मेरे मन में तरह-तरह के ख्याल आते रहते हैं. कभी शादी करने का मन करता है तो कभी करता है जाने कैसा होगा. अब वह मुझसे और मेरे घर वालों से मिलने भारत आ रहा है. मेरे माता-पिता चाहते हैं कि उसके आते ही हम दोनों शादी कर लें. लेकिन मुझे लगता है कि किसी इंसान को जानने के लिए इतना समय बहुत कम होता है. समझ नहीं आ रहा है कि शादी करूं या नहीं.’

इनकी तरह और भी कई लड़कियां ऐसी हैं जिनकी शादी का फैसला ऐसे ही होता है. अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ है और आपके पास दूसरा विकल्प नहीं है तो आप इन बातों का ध्यान रखें. आज के वर्चुअल वर्ल्ड में आप फेसबुक, व्हाट्सअप के जरिए ज्यादा से ज्यादा जानने की कोशिश कीजिए. जिस इंसान से आप कभी मिले नहीं हो उसको लेकर तरह-तरह के ख्याल आना स्वाभाविक है.

बेहतर यही होगा कि आप अपने माता-पिता से बात करें और उन्हें अपने मन की बात समझाने की कोशिश करें. ज्यादा नहीं तो कम से कम इतना समय तो मांग ही लें कि आप उस शख्स के बारे में अच्छे से जान लें. तरह तरह के ख्याल मन में ना पाले बातचीत करें,  इससे सहजता बढ़ती है. एक बार सहज हो जाएंगी तो घबराहट दूर हो जाएगी.

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