पुलिस की थ्योरी को लेकर फिलहाल फॉरेंसिक विशेषज्ञ सहमत नहीं दिखाई दे रहे हैं। विशेषज्ञों की मानें तो बेशक इन लोगों ने स्वयं फांसी लगाई है, लेकिन मौके का मुआयना करने के बाद यह कहना अतिश्योक्ति नहीं है कि इन लोगों को घटना के वक्त कोई और ही शख्स निर्देश दे रहा था। एक सामान्य परिवार के लिए इस तरह योजनाबद्घ तरीके से आत्महत्या करना आसान कार्य नहीं है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त ने बताया कि मरने वाले सभी 11 लोगों का अब मनोवैज्ञानिक पोस्टमार्टम (साइको एटोप्सी) करवाया जाएगा। इसके लिए मनोवैज्ञानिकों का पैनल बनाया जाएगा। भाटिया परिवार के सदस्य, रिश्तेदार व पड़ोसियों से पूछताछ करने के बाद सभी सदस्यों की मरने से पहले की मानसिक दशा पता की जाएगी।