एवरेस्ट समेत दुनिया की सात ऊंची चोटियों पर तिरंगा लहराने वाली पर्वतारोही जुड़वा बहनें नुंग्शी-ताशी मलिक के नाम जुड़ी एक और उपलब्धि

एवरेस्ट समेत दुनिया की सात ऊंची चोटियों पर तिरंगा लहराने वाली पर्वतारोही जुड़वा बहनें नुंग्शी-ताशी मलिक के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है। इस बार उन्होंने स्विट्जरलैंड में अल्लालिनहार्न, ब्रेथान व रिफलेलहार्न पर्वत की चोटियों को फतह किया है।

स्विट्जरलैंड टूरिज्म बोर्ड के निमंत्रण पर देहरादून निवासी जुड़वा बहनों ने स्विट्जरलैंड में आयोजित वूमेन पीक चैलेंज में हिस्सा लिया। इसके लिए बीते 21 सितंबर को नुंग्शी-ताशी स्विट्जरलैंड के लिए रवाना हो गई थीं। नुंग्शी-ताशी के पिता कर्नल विरेंद्र मलिक ने बताया कि नुंग्शी-ताशी ने चार हजार मीटर से ऊंची तीन पहाडिय़ों को फतह किया है। बताया कि 27 सितंबर को उन्होंने ब्रेथान पर्वत, 28 सितंबर को रिफलेलहार्न और 29 सितंबर को अल्लालिनहार्न पर्वत की चोटी पर तिरंगा लहराया। इस प्रतियोगिता में सिर्फ महिला प्रतिभागियों ने ही हिस्सा लिया था। बताया कि अब नुंग्शी-ताशी अगले वर्ष यूरोप की सबसे कठिन और खतरनाक पर्वत आइगर, मेटरहोर्न व मोंट ब्लांक फतह करने का प्रयास करेंगी। इन्हें ऐल्पस ट्रोलोजी के नाम से भी जाना जाता है। वह अभी कुछ दिन स्विट्जरलैंड में ही रहकर तैयारी करेंगी।

दून की बेटी सृष्टि चौहान ने बढ़ाया मान

देवभूमि उत्तराखंड को वीरभूमि भी कहा जाता है। इसकी बड़ी वजह यह है कि उत्तराखंड में औसतन हर घर से एक व्यक्ति सेना में है। इस कड़ी में प्रदेश की बेटियां भी पीछे नहीं हैं। दून की बेटी सृष्टि चौहान ने सीडीएस-2 (ओटीए) में आल इंडिया 17वीं रैंक हासिल की है। वह अब आफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी चेन्नई में सैन्य प्रशिक्षण लेंगी।

 

सृष्टि ने हाईस्कूल और इंटर ब्राइटलैंड स्कूल से किया और उसके बाद पंतनगर विश्वविद्यालय से न्यूट्रीशियन एंड डाइटिक्स से स्नातक किया। इसके बाद देश की सेवा करने का मन बनाया। उनके ओटीए में चयनित होने से पूरा परिवार खुश है। सृष्टि के पिता विनोद सिंह चौहान कांग्रेस नेता हैं और मां उमा चौहान गृहणी हैं। उनके दादाजी स्वर्गीय नत्थी सिंह चौहान भूतपूर्व सैनिक थे। अखिल गढ़वाल सभा अध्यक्ष रोशन धस्माना, महासचिव गजेंद्र भंडारी, अजय जोशी ने उनके चयन पर खुशी जताई है।

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