गोरखपुर में सीएम योगी के जनता दरबार में उमड़ी फरियादियों की भीड़

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अपनी कर्मस्थली गोरखपुर में आज औपचारिक जनता दरबार लगा। वैसे तो उनके हर दौरे में जनता से मिलने का अनौपचारिक कार्यक्रम रहता है, लेकिन आज औपचारिक जनता दरबार में भीड़ उमड़ पड़ी। गोरखपुर में आज इस जनता दरबार का स्थान व समय दोनों अनौपचारिक जनता दरबार से अलग था। दरबार का स्थान मंदिर कार्यालय की बजाय हिंदू सेवाश्रम था तो समय सुबह सवा छह बजे की जगह दस बजे निर्धारित था। आज का जनता दरबार का कार्यक्रम औपचारिक था, इसलिए फरियादियों की भीड़ भी अन्य दिनों से कुछ ज्यादा ही थी।

गोरखपुर में सीएम योगी के जनता दरबार में उमड़ी फरियादियों की भीड़

इस जनता दरबार में अपनी समस्या के समाधान के लिए करीब 1000 हजार फरियादी पहुंचे। सभी की फरियाद सुनी गई। इनमें से कुछ की समस्याएं मुख्यमंत्री के सचिव अजय सिंह और जिलाधिकारी के. विजयेंद्र पांडियन ने सुनी तो करीब चार सौ फरियादियों ने सीधे मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी समस्या कही। आज तो बाबा गोरखनाथ की नगरी गोरखपुर में जनता दरबार का सिलसिला करीब एक बजे तक चला, जिसमें करीब एक घंटे तक मुख्यमंत्री की मौजूदगी रही।

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जनता दरबार के मद्देनजर आज बड़े सबेरे से ही फरियादियों को पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। मंदिर प्रबंधन ने उन्हें तय स्थान हिंदू सेवाश्रम में बैठाया। सेवाश्रम में करीब 400 लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई थी। बाकी लोगों को सेवाश्रम के बाहर बिछाई गई टाट पट्टी पर जगह दी गई थी। समस्याओं को सुनने का कार्य विशेष सचिव और जिलाधिकारी ने तय समय सुबह 10 बजे से ही शुरू कर दिया। मुख्यमंत्री फरियादियों के बीच करीब 11.30 बजे पहुंचे। सेवाश्रम के एक कमरे में बैठकर उन्होंने बारी-बारी से एक-एक फरियादी को बुलाया और उनकी समस्याओं को ध्यान से सुना। समस्या के समाधान का तो वह फरियादियों को आश्वासन दे ही रहे थे, इस बाबत अधिकारियों को निर्देशित करने का सिलसिला भी जारी था।

यह क्रम करीब एक घंटे यानी 12.30 बजे तक चला। गर्मी को देखते हुए मंदिर प्रबंधन द्वारा फरियादियों के लिए पानी का इंतजाम भी किया गया था। इससे पहले मुख्यमंत्री की सोमवार की दिनचर्या परंपरागत रही। सुबह सवा पांच बजे वह अपने कक्ष से निकले और गुरु गोरखनाथ के दर्शन के लिए उनके मंदिर गए। गुरु की पूरे विधि-विधान से पूजा अर्चना की और फिर ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ का आशीर्वाद लेने के बाद करीब आधा घंटा गोशाला में गायों के बीच गुजारा। उसके बाद जनता दरबार से पहले गण्यमान्य लोगों से मिलने-मिलाने का सिलसिला चलता रहा। 

 
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