मोहन सरकार ने सिंहस्थ के लिए 2000 करोड़ किए प्रस्तावित

मध्य प्रदेश सरकार ने 2028 सिंहस्थ महाकुंभ और उज्जैन के विकास के लिए 2000 करोड़ रुपए का बजट प्रस्तावित किया है। उज्जैन में एयरपोर्ट, डीप-टेक रिसर्च कैंपस और 4-लेन हाईवे निर्माण की योजना है। अखाड़ा परिषद ने 10000 करोड़ की जरूरत बताई। अधोसंरचना विकास तेज़ी से जारी है।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सरकार के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने विधानसभा में अपना दूसरा बजट पेश कर दिया है, जिसमें आगामी वर्ष 2028 में उज्जैन में आयोजित होने वाले सिंहस्थ महाकुंभ के साथ ही उज्जैन के विकास के लिए 2000 करोड़ रुपए प्रस्तावित किए गए हैं। इस बजट के साथ ही वित्त मंत्री ने अपने भाषण में यह साफ कर दिया है कि सिंहस्थ आस्था का एक ऐसा महाकुंभ है जिसके लिए जल्द ही उज्जैन में एयर स्ट्रिप को एयरपोर्ट बनाने का काम किया जाएगा। यहां डीप-टेक रिसर्च एंड इनक्यूबरी कैम्पस स्थापित होंगे, श्रीकृष्ण पाथेय योजना के लिए 10 करोड़ रुपए के प्रावधान के साथ ही उज्जैन-जावरा 4-लेन का निर्माण कार्य भी होगा।

उज्जैन में डीप-टेक रिसर्च एंड इनक्यूबरी कैम्पस
आईआईटी इंदौर के सहयोग से उज्जैन में डीप-टेक रिसर्च एंड इनक्यूबरी कैंपस स्थापित किया जा रहा है। आगामी पांच वर्षों में प्रदेश के प्रत्येक संभाग में आईआईटी के स्वरूप के मध्यप्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी संस्थान खोले जाने का लक्ष्य है। इसके अतिरिक्त प्रदेश में डिजिटल यूनिवर्सिटी तथा राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के परिसर की स्थापना का भी लक्ष्य है।

8-लेन कॉरिडोर से जोड़ेगा उज्जैन-जावरा 4-लेन
रोड नेटवर्क, एक्सप्रेस-वे, मेट्रो, एलिवेटेड कॉरिडोर जैसी अनेक परियोजनाओं के साथ प्रदेश अधोसंरचना विकास में तेजी से आगे बढ़ रहा है। भोपाल, देवास, ग्वालियर, जबलपुर, सतना एवं इन्दौर में एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण का काम जारी है। उज्जैन-जावरा 4-लेन के निर्माण से उज्जैन, इन्दौर एवं आसपास के क्षेत्र, मुम्बई-दिल्ली 8-लेन कॉरिडोर से जुड़ जाएंगे। 1 हजार 692 करोड़ की अनुमानित लागत के उज्जैन-इन्दौर 6-लेन मार्ग का भूमिपूजन हो चुका है।

मेले में लगेंगे 10000 करोड़ : अखाड़ा परिषद अध्यक्ष
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा सिंहस्थ महाकुंभ और उज्जैन के विकास को लेकर जारी किए गए 2000 करोड़ रुपए के बजट को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रवींद्र पुरी महाराज ने मीडिया को कहा कि यह अच्छी बात है कि सरकार ने सिंहस्थ महाकुंभ के कार्यों को लेकर 2000 करोड़ रुपए का बजट पास किया है।

सरकार चाहती है कि धार्मिक नगरी उज्जैन को सभी विशेष मार्गों से जोड़ा जाए जिससे कि महाकुंभ में उज्जैन आने वाले लोगों को किसी भी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े, लेकिन आपने इसके साथ ही यह भी बताया कि मेरा यह अनुमान है कि प्रयागराज की तरह ही शिप्रा किनारे लगने वाले सिंहस्थ महाकुंभ में भी श्रद्धालुओं की संख्या लगभग 40 करोड़ तक पहुंचेगी। यही कारण है कि सरकार को इस बजट को और भी बढ़ाना चाहिए, क्योंकि 2000 करोड़ से नहीं बल्कि 10000 करोड़ से यह पूरा मेला आयोजित हो पाएगा। इस मेले के लिए कार्य तो शुरू हो चुके हैं, लेकिन अब जल्द ही अब यह हमें ग्राउंड पर भी नजर आने लगेंगे।

सिंहस्थ मध्यप्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए प्रतिष्ठा का विषय : वित्त मंत्री
मध्यप्रदेश के उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने बुधवार को विधानसभा में वित्त वर्ष 2025-26 के लिए राज्य का वार्षिक बजट पेश किया। इस बार बजट में चार लाख 21 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 15 प्रतिशत अधिक है। खास बात यह है कि इस बार कोई नया कर नहीं लगाया गया है। बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि इसे “विकसित मध्यप्रदेश” के लक्ष्य को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।

वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने अपने बजट भाषण में 2028 में उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ महापर्व का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन केवल मध्यप्रदेश ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए प्रतिष्ठा का विषय है। इस महापर्व के लिए 2 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालुओं के उज्जैन आने की संभावना को देखते हुए सरकार ने सिंहस्थ क्षेत्र में अधोसंरचनात्मक विकास और व्यापक जन-सुविधाओं की व्यवस्था की योजना बनाई है। इसके तहत उज्जैन की हवाई पट्टी को हवाई अड्डे के रूप में विकसित किया जाएगा।

सिंहस्थ के यह कार्य है प्रस्तावित
शहर में होने वाले सिंहस्थ के कार्यों पर नजर दौड़ाई जाए तो पता चलेगा कि काल भैरव मंदिर से भैरवगढ़ जेल, सिद्धवट से भैरवगढ़ जेल, सिद्धवट से अंगारेश्वर, यहीं शिप्रा नदी पर ब्रिज, लागत करीब 85 करोड़ रुपए के कार्य अभी होना है। कर्क-राज पार्किंग से भूखी माता लालपुर पहुंच मार्ग, फोर लेन मार्ग, का निर्माण लगभग 23 करोड़ रुपए से, नृसिंह घाट पर समानांतर ब्रिज, लागत 10 करोड़ रुपए, कार्तिक चौक से शंकराचार्य चौराहा रोड सहित शिप्रा नदी पर पुल निर्माण, लागत 44 करोड़ रुपए, पीपली नाका से भैरवगढ़ मार्ग, शिप्रा नदी पर 2 लेन का नया ब्रिज निर्माण, लागत 15 करोड़ रुपए, लालपुर पर फोर लेन ब्रिज, लागत 17 करोड़ रुपए, मुल्लापुरा में 50 कमरों का सर्किट हाउस, लागत 35 करोड़ रुपए, शहर के सभी मार्गों पर 10 किमी दायरे में नरवर, चंदूखेड़ी, नजरपुर, ताजपुर, सोइंग, पंथ पिपलाई में विश्राम भवन, लागत 21 करोड़ रुपए, हरी फाटक ब्रिज चौड़ीकरण, लागत 259 करोड़ रुपए, हरी फाटक से महाकाल लोक तक पैदल जाने के लिए अंडर पास, लागत 50 करोड़ रुपए, केडी गेट से छत्री चौक, गोंसा चौराहा नदी पर पुल सहित 4 लेन, लागत 71 करोड़ रुपए, लालपुर से चिंतामन गणेश रेलवे स्टेशन एनएचआईए 4 लेन, लागत 99 करोड़ रुपए, महामृत्युंजय द्वार से नानाखेड़ा 6 लेन, लागत 19 करोड़ रुपए, एमआर-24 मार्ग इंदौर रोड से चिंतामन रेलवे स्टेशन, लागत 58 करोड़ रुपए। मकोडियाआम से सांदीपनि आश्रम, लागत 17.49 करोड़ रुपए, बड़नगर के कजलाना में सिविल अस्पताल तक पहुंच मार्ग का निर्माण 58 लाख में होगा।

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