सचिवालय में काम करते हुए क्लर्क की मौत के बाद जमकर हंगामा, महीने में 24 बार शो कॉज से थे परेशान

पटना के नई सचिवालय स्थित पंचायती राज विभाग में तैनात निम्न वर्गीय लिपिक, राज कमल रजक की मौत मंगलवार को ब्रेन हेमरेज के कारण हो गई। उनका निधन विभाग में एक गहरी शोक और आक्रोश का कारण बन गया है। सचिवालय के कर्मचारियों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों द्वारा की जा रही प्रताड़ना के कारण उनकी तबियत बिगड़ी और वे मानसिक तनाव के शिकार हो गए थे, जिसके परिणामस्वरूप उनकी दुखद मृत्यु हुई।

राज कमल रजक को विभाग के अधिकारियों द्वारा एक महीने में 24 बार कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, जिनसे वह तनावग्रस्त रहते थे। कर्मचारियों का कहना है कि अधिकारियों की कठोरता और दबाव के कारण उनका मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य प्रभावित हुआ था। उनकी अचानक मृत्यु ने कर्मचारियों के बीच गहरी चिंता और आक्रोश की लहर दौड़ा दी है।

घटना के बाद सचिवालय में इस मुद्दे को लेकर कर्मचारियों में गुस्सा बढ़ गया है और उन्होंने विभागीय अधिकारियों से सख्त कार्रवाई की मांग की है। कर्मचारियों का कहना है कि यदि अधिकारियों की प्रताड़ना पर रोक नहीं लगाई जाती, तो भविष्य में ऐसी घटनाएं और बढ़ सकती हैं।

वहीं सरकारी कर्मचारियों का कहना है कि राज कमल रजक की मौत ने यह सवाल उठाया है कि क्या प्रशासनिक दबाव और अधिकारियों की सख्ती के चलते कर्मचारियों की मानसिक और शारीरिक स्थिति पर गहरा असर पड़ सकता है। अब इस मामले की जांच की जा रही है और संबंधित अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

इधर, हंगामा बढ़ने की सूचना मिलने के बाद सचिवालय थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और कर्मचारियों से शांति बनाए रखने की अपील की। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की, जबकि कर्मचारियों ने अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। कर्मचारी संगठनों ने विभागीय अधिकारियों के खिलाफ आरोप लगाते हुए कहा कि यदि उनकी शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया गया और दबाव की स्थिति बनी रही, तो भविष्य में ऐसी और घटनाएं हो सकती हैं।

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