राजस्थान विधानसभा: अनुप्रति कोचिंग योजना में पैसे नहीं मिलने पर विधानसभा में हंगामा

प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को अनुप्रति कोचिंग योजना का पैसा नहीं मिलने के मुद्दे पर विधानसभा में जोरदार हंगामा हुआ। प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायकों ने सरकार पर जमकर निशाना साधा और मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर सदन से वॉकआउट कर दिया।
कांग्रेस विधायक रफीक खान के सवाल के जवाब में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत ने कहा कि टारगेट के हिसाब से कोचिंग संस्थानों का चयन किया गया है। उन्होंने दावा किया कि इस योजना का अध्ययन करने के लिए पंजाब सहित कई राज्यों के अधिकारी राजस्थान आए हैं और मौजूदा सरकार इसे अच्छी तरह चला रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय का बकाया भी मौजूदा सरकार ने चुकता किया है।
कांग्रेस का आरोप- छात्रों को अब तक नहीं मिला पैसा
इस जवाब से असंतुष्ट नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और विधायक रफीक खान ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि छात्रों को जून-जुलाई में ही भुगतान हो जाना चाहिए था, लेकिन अब तक एक पैसा नहीं दिया गया। उन्होंने सवाल किया कि इसमें देरी के लिए कौन जिम्मेदार है और दोषियों पर क्या कार्रवाई होगी?
मंत्री बोले- टारगेट बढ़ाकर 50,000 छात्रों को लाभांवित किया
मंत्री अविनाश गहलोत ने जवाब देते हुए कहा कि पहले 12,000 छात्रों को योजना का लाभ मिलता था, लेकिन मौजूदा सरकार ने इसे बढ़ाकर 50,000 कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने टारगेट के हिसाब से पैसे का आवंटन किया है।
स्पीकर की नाराजगी, कांग्रेस का वॉकआउट
इस मुद्दे पर सदन में तीखी नोकझोंक हुई, जिस पर स्पीकर वासुदेव देवनानी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर सदन चलाना ही नहीं चाहते तो वे इसे स्थगित कर सकते हैं। इस बीच कांग्रेस विधायकों ने मंत्री के जवाब को अधूरा और भटकाने वाला बताते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया।
शिक्षा मंत्री का कांग्रेस पर हमला
वहीं, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने हिंदी मीडियम स्कूलों पर केवल अंग्रेजी का बोर्ड लटका दिया, लेकिन न तो शिक्षक दिए और न ही भवन बनाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण कई छात्रों को स्कूल छोड़ना पड़ा और नामांकन में गिरावट आई।