अमेरिका ने दिखाए तेवर तो घबराया पाकिस्तान
पाकिस्तान का जिक्र हो और कोई विवाद ना हो ऐसा हो नहीं सकता। नया विवाद पाकिस्तान के मिसाइल कार्यक्रम को लेकर हुआ है। हाल ही में पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम की अमेरिका ने आलोचना की थी।
अब अमेरिका के बयान पर पाकिस्तान का जवाब आया है। पाक ने अमेरिका के दावों पर एतराज जताते हुए उसे खारिज कर दिया और इसे तर्कहीन बताया। दरअसल, अमेरिका ने कहा था कि पाक ने ऐसी मिसाइल बनाई है, जिसकी जद में अमेरिका भी हो सकता है।
क्या बोला पाकिस्तान?
अमेरिका के आरोपों के बाद पाकिस्तान ने कहा कि ये सब अनर्गल आरोप है। पड़ोसी मुल्क ने कहा कि एक बड़े गैर नाटो देश के विरुद्ध ऐसे आरोप दोनों के रिश्ते खराब कर सकते हैं। पाक ने ये भी कहा कि हमने अमेरिका के प्रति कभी कोई दुर्भावना नहीं रखी, यहां तक की रिश्ते निभाने के लिए कई बार कुर्बानी भी दी। साथ ही अमेरिकी पॉलिसी का नुकसान भी झेला।
भारत से खतरे का किया जिक्र
पाकिस्तानी अखबार डॉन के अनुसार, पाक के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने कहा कि उनका देश मिसाइल क्षमताओं का विकास जारी रखेगा। इसके साथ ही पाक के दिल में भारत का डर भी दिखा। बलूच ने इस दौरान कहा कि ये मिसाइल कार्यक्रम भारत से उत्पन्न खतरों के मद्देनजर काफी आवश्यक है।
मुमताज जहरा बलूच ने आगे कहा कि अमेरिकी अधिकारी द्वारा पाकिस्तान की मिसाइल क्षमताओं और डिलीवरी साधनों से कथित खतरे की आशंका दुर्भाग्यपूर्ण है। ये आरोप निराधार हैं, तर्कहीन हैं और इनमें इतिहास की समझ नहीं है।
क्या बोला था अमेरिका?
अमेरिकी उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने हाल ही में कहा था कि पाकिस्तान अमेरिका सहित दक्षिण एशिया से दूर हमला करने में सक्षम लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें विकसित कर रहा है। उन्होंने कहा था कि इस मिसाइल की रेंज अमेरिका तक हो सकती है।
पाक ने क्या दी सफाई?
प्रवक्ता ने दोहराया कि पाकिस्तान का रणनीतिक कार्यक्रम पूरी तरह से दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए बनाया गया है। मुमताज जहरा बलूच ने कहा, “पाकिस्तान की रणनीतिक क्षमताएं उसकी संप्रभुता की रक्षा के लिए हैं। हम विश्वसनीय न्यूनतम प्रतिरोध बनाए रखने और उभरते खतरों से निपटने की आवश्यकता के अनुरूप क्षमताएं विकसित करने के अपने अधिकार का त्याग नहीं कर सकते।”