कानपुर की सर्च लाइट से भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर होगी निगरानी
कानपुर शहर की एक कंपनी में बनी सर्चलाइट से भारत-बांग्लादेश बॉर्डर की निगरानी की जाएगी। बॉर्डर में घुसपैठियों की आशंका को देखते हुए बीएसएफ ने 50 सर्चलाइट का शुरुआती ऑर्डर कंपनी को दिया है। आगे भी ऑर्डर मिलने की उम्मीद है। इस सर्चलाइट की मदद से एक किलोमीटर तक की रेंज में नजर रखी जा सकेगी।
रिमोट कंट्रोल से संचालित होने वाली सर्चलाइट को किसी भी दिशा के साथ ही ऊपर-नीचे घुमाया जा सकता है। बांग्लादेश में मौजूदा समय में बवाल मचा हुआ है। वहां रहने वाले तमाम लोग बाॅर्डर पर घुसपैठ की फिराक में हैं। इसे देखते हुए बीएसएफ ने बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी है। इसी क्रम में शहर की कालिन इंजीनियरिंग वर्क्स कंपनी को बीएसएफ ने सर्चलाइट का ऑर्डर दिया है।
पनकी स्थित कंपनी के निदेशक महेंद्र अवस्थी ने बताया कि मोटराइज्ड सर्चलाइट पूरी तरह से स्वदेशी है और आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत इसे बनाया गया है। ये हाईबीम सर्चलाइट है। इसका वजन 60 किलो है और इसका उपयोग सात साल तक किया जा सकता है। किसी भी मौसम में अनुकूल है और वाटरप्रूफ है। इसे रिमोट कंट्रोल से संचालित किया जाता है।
बीएसएफ ऑर्डर की आपूर्ति पहले मांग रही है
दूर बैठा जवान भी बॉर्डर पर आसानी से नजर रख सकता है और किसी भी प्रकार की घुसपैठ की गतिविधियों को रोका जा सकेगा। उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले कंपनी को आपूर्ति भी हुई शुरू का ऑर्डर मिला था। इसकी आपूर्ति की जा रही है। बांग्लादेश के बार्डर पर निगरानी बढ़ाने के लिए बीएसएफ इस ऑर्डर की आपूर्ति पहले मांग रही है। कंपनी भी उसी के अनुरूप उत्पाद तैयार करके दे रही है।
सर्चलाइट की खासियत
360 डिग्री और ऊपर-नीचे 45 डिग्री तक घूम सकती है।
कम या तेज वोल्टेज में भी जलने में सक्षम।
रिमोट के जरिये की जा सकती है संचालित।
वाॅटर और हीट प्रूफ, स्टेनलेस स्टील रिफ्लेक्टर।
आउटर बॉडी एल्यूमीनियम की, वजन 50-60 किलोग्राम।